सरकारी स्कूलों के लिए रोल मॉडल हैं लुबना फसीह

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जब कभी हमारे सामने सरकारी स्कूल की बात आती है या कुछ लोगों द्वारा सरकारी स्कूलों की स्थिति पर बात की जाती है तो अधिकतर लोगों का मानना होता है कि सरकारी स्कूलों में शिक्षा की स्थिति अच्छी नही है या स्कूलों में सुविधाएं नही हैं। ऐसी बहुत सी बातें हमे सुनने को मिल जाती हैं। लेकिन जनपद बिजनौर के कोतवाली देहात ब्लाॅक क्षेत्र स्थित गांव पित्तनहेड़ी के पूर्व माध्यमिक विद्यालय की शिक्षिका लुबना फसीह के प्रयास आपको सरकारी स्कूलों के बारे में आपकी सोच बदलने पर मजबूर कर देंगे। जी हां गांव पित्तनहेड़ी के प्राथमिक विद्यालय की शिक्षिका लुबना फसीह विद्यालय के छात्र-छात्राओं उच्च शिक्षा देकर नई दिशा देने के लिए प्रयासरत हैं। जहां एक ओर सरकारी स्कूल के बच्चे पढ़ाई में काफी पीछे नजर आते हैं वहीं पित्तनहेड़ी के प्राथमिक स्कूल के बच्चे फर्राटेदार अंग्रेज़ी बोलते नजर आते हैं। जब हमारे संवाददाता विद्यालय में पहंुचे तो विद्यालय प्रांगण में विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया था और विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चे फर्राटेदार अंग्रेज़ी बोलकर साइंस प्रोजेक्ट की जानकारी देते नजर आ रहे थे। शिक्षिका लुबना फसीह ने बताया कि वह विद्यालय के बच्चों जिला, प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाली प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग कराती हैं और अपने खर्च से बच्चों को हमेशा एक्टीविटीज़ वाले कार्यक्रम के लिए तैयार करती रहती हैं। उन्होंने बताया कि उनके विद्यालय के बच्चे राष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगितों में भाग लेकर पुरस्कृत हो चुके हैं।
मिशन शक्ति हो या शिक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करना हो शिक्षिका लुबना फसीह की भूमिका बेहतरीन नजर आती हैं। यह शिक्षिका जहां दूसरे शिक्षक शिक्षिकाओं के लिए रोल माॅडल हैं वहीं सरकारी शिक्षकों और बच्चों की सोच बदलने का काम भी कर रही हैं।

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