सपा कार्यकर्ताओं की रैली को पुलिस ने रोका

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कृषि बिल और किसानों को दिल्ली में न घुसने देने पर अब समाजवादी पार्टी भी किसानों के समर्थन में उतर आई है जिसको लेकर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आहवान पर जनपद बिजनौर के सपा कार्यकर्ताओं द्वारा किसान यात्रा रैली का आयोजन किया गया था, लेकिन पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों ने सपा कार्यकर्ताओं को रैली को बिजनौर में ही रोक लिया है, और सपाइयों की घेराबंदी कर दी है, दरअसल किसानों द्वारा लगातार कृषि बिल का विरोध किया जा रहा है जिसको लेकर 10 दिनों से किसानों का दिल्ली के बाॅर्डर पर लगातार धरना चल रहा है, किसानों ने सरकार पर उनकी मांगों को पूरा नहीं करने का आरोप लगाते हुए धरना दिया है, जिसको लेकर समाजवादी पार्टी ने किसानों में समर्थन में आते हुए किसान यात्रा रेैली निकालने का ऐलान किया था, बिजनौर में सपा की किसान यात्रा पर प्रशासनिक अधिकारियों ने रोक लगा दी है, कई सपा कार्यकर्ताओं की घेराबंदी कर रैली पर रोक भी लगा दी गई है, सुरक्षा के लिहाज से पुलिस के आलाधिकारी सपा पदाधिकारियों के घर पर डेरा डाल कर बैठ गये हैं, सपा के जिलाध्यक्ष राशिद हुसैन ने पुलिस की घेराबंदी के बाद भी रेैली निकालने की बात कही है।
उधर नजीबाबाद में भी समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं को रैली निकालने से रोकने के लिए पूर्व चेयरमैन मौहम्मद मौअज्जम खां के घर भी भारी पुलिस बल तैनात रहा, सपा कार्यकर्ताओं ने रैली का प्रयास किया तो पुलिस के आलाधिकारियो ने उन्हें आगे नहीं जाने दिया, कार्यकर्ताओं ने किसानों के समर्थन में प्रदर्शन करते हुए किसानों विरोधी तीनों बिलों को वापस लेने की मांग करते हुए घरों के बाहर ही सड़क पर प्रदर्शन किया।
धामपुर में भी सर्पा कार्यकर्ता किसानों को समर्थन करते हुए रैली निकालने के लिए सपा विधायक मूलचंद चैहान के कार्यालय पर पहुंचे जहां पुलिस के आलाधिकारियों ने उन्हें वहीं रोक लिया और प्रदशन नहीं करने दिया, सपा कार्यकर्ताओं ने किसानों के समर्थन में किसाना विरोधी बिलों को वापस लेने की मांग को लेकर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपने की बात कही।
केंद्र सरकार के कृषि बिल के विरोध में जहाँ देशभर के किसान आंदोलन कर रहे है वही अब इस आंदोलन को सभी विपक्षी दलों का समर्थन भी मिल रहा है जिसके चलते चांदपुर में भी किसानो का समर्थन करते सपा कार्यकर्ताओ को पुलिस ने रोक लिया इस मौके पर सपा विधायक नईमुलहसन ने भी किसानो को समर्थन करते हुए किसान विरोधी बिलो को वापस लेने की बात कही