चांदपुर में तीन बच्चों के पिता की इलाज के दौरान दुखद हुई मृत्यु

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स्वास्थ्य विभाग की घोर लापरवाही से झोलाछाप चिकित्सक कुकुरमुत्ते की तरह फैले हुए हैं। इनके इलाज से अनेकों लोगों की जान जा चुकी है। फिर भी स्वास्थ्य विभाग मौन धारण किए हुए हैं। ऐसा ही एक प्रमाण चांदपुर नगर में देखने को मिला जिसमें तीन बच्चों के पिता की इलाज के दौरान दुखद मृत्यु हो गई। चांदपुर के मोहल्ला सराय रफी स्थित रहमानिया गर्ल्स कॉलेज के पास एक चिकित्सक ने 30 वर्षीय मोनू पुत्र आनंद जोशी के सीने में दर्द होने पर इलाज किया। चिकित्सक ने मोनू को दवाई दी। इसके बाद मोनू को घर भेज दिया गया। 1 घंटे बाद हालत में सुधार न होने पर मोनू उसी चिकित्सक के पास आया, आराम न होने पर उसने दूसरे चिकित्सक को दिखाने के लिए कहा, मोनू के परिजन मोनू को नगर के प्रसिद्ध चिकित्सक के पास लेकर गए। जिन्होंने देखकर बताया कि, मोनू की मृत्यु लगभग 1 घंटा पूर्व हो चुकी है। यह सुनते ही मोनू के परिजनों के होश उड़ गए, और रोना पीटना शुरू कर दिया। इसके बाद मोनू के परिजन उस डॉक्टर के पास आए जिसने मोनू को दो बार देखा था। यहां पहुंचते ही डॉक्टर की लापरवाही पर हंगामा शुरू कर दिया। सूचना पर पुलिस क्षेत्राधिकारी सर्वम सिंह पहुंचे और स्थिति को संभाला। पुलिस ने पूछताछ के लिए आरोपी डॉक्टर को हिरासत में ले लिया है। वहीं दूसरी ओर पुलिस ने मोनू का शव पंचनामा भरते हुए, पोस्टमार्टम के लिए बिजनौर भेज दिया। घटना से मोनू के घर में कोहराम मचा हुआ है। उसके तीन छोटी छोटी लड़कियां हैं। मोनू के परिवार का संचालन कैसे होगा ,क्या स्वाथ्य विभाग इस धटना से सबक लेगा या फिर किसी मौत का होगा इन्तजार ,ये सोचने का विशय हे ।

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