शुक्रवार, मई 2, 2025
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सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ एवं भजन चरण कार्यक्रम का किया गया शुभारंभ

धामपुर में श्रीमद् हनुमत मंडल सेवा समिति की ओर से, आयोजित सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ एवं भजन चरण कार्यक्रम में, हिंदू युवा वाहिनी के निवर्तमान मंडल प्रभारी, तथा दो सभासदों संतोष राजपूत एवं संजीव वर्मा को सम्मानित किया गया। चिकित्सक डॉ अनुज वर्मा को समिति का सर्वसम्मति से अध्यक्ष घोषित किया गया।
दरअसल, नगीना मार्ग स्थित साकेत विहार कॉलोनी में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ सामूहिक पूजन से किया गया। समाज सेवी चिकित्सक डॉक्टर आरके वर्मा के संरक्षण में, आयोजित इस पूजन के मुख्य यजमान प्रमोद वर्मा एवं नूतन वर्मा। डॉ अनुज कुमार वर्मा। रीना वर्मा। ध्रुव वर्मा। गौरी वर्मा। डॉक्टर योगेंद्र वर्मा। कविता वर्मा अर्चिका वर्मा। डॉ अंकुर वर्मा एवं सोनी वर्मा आदि रहे। पूजन कार्यक्रम पंडित पारसनाथ जी महाराज ने प्रभावी मंत्रोच्चारण के बीच संपादित कराया। संस्थापक सुभाष कौशिक एवं संरक्षक डॉ पंकज भटनागर सहित, श्रद्धालुओं ने हनुमान चालीसा का 7 बार सामूहिक पाठ किया। नव दुर्गा जागरण पार्टी संस्थापक सरदार महेंद्र सिंह। सलूजा आराधक। गीता देवी। विजयपाल सिंह। यशवीर सिंह। धर्मवीर सिंह। मुकुल कुमार। डॉ एके सक्सेना आदि सहित अनेक गणमान्य नागरिकों का योगदान रहा। कार्यक्रम का समापन सामूहिक आरती एवं प्रसाद वितरण से हुआ।

उद्धव गुट को झटका: उद्धव गुट के सैकडो शिवसैनिक शिवसेना में हुए शामिल

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चांदपुर में शिवसेना जिला प्रमुख चौधरी वीर सिंह के नेतृत्व में बसंती देवी धर्मशाला में शिवसेना उद्धव गुट छोड़कर सैकड़ों शिव सैनिकों ने शिवसेना की सदस्यता ग्रहण की। इस दौरान उप राज्य प्रमुख पंडित नरेश शर्मा ने जिला प्रमुख चौधरी वीर सिंह एवं सभी नवनिर्वाचित शिव सैनिक को शिव सेना की सदस्यता ग्रहण कराई एवं हिंदू हृदय सम्राट माननीय बाला साहब ठाकरे जी के दिखाए मार्ग पर चलने का आह्वान किया। नवनिर्वाचित जिला प्रमुख एवं शिव सैनिकों को भगवा पटका पहनाकर स्वागत किया गया। शिवसेना नेता विजय मोहन गुप्ता ने महाराष्ट्र मुख्यमंत्री माननीय एकनाथ शिंदे एवं पश्चिमी प्रमुख माननीय ललित मोहन शर्मा का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि शिवसेना ने लगातार चौथी बार चौधरी वीर सिंह को बिजनौर जिला प्रमुख का दायित्व दिया है। शिवसैनिको ने संकल्प लिया कि चौधरी वीर सिंह के नेतृत्व में शिवसेना का झंडा जिला बिजनौर में बुलंद करने का काम करेंगे। बहुत जल्द शिवसेना की नयी कार्यकारिणी का गठन किया जाएगा। जिसमें पुराने सक्रिय शिव सैनिकों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जाएगी एवं नवनिर्वाचित शिवसैनिकों को नगर एवं वार्ड स्तर का दायित्व दिया जाएगा। कार्यक्रम स्थल जय भवानी, जय शिवाजी के नारों से गूंज उठा। इस मौके पर मोनू यादव। शोभित गुर्जर। रितुल शर्मा। अंतरिक्ष कौशिक। शशि कुमार। धर्मवीर सिंह। महिपाल। राजीव चौधरी। संदीप उर्फ बिल्ला। सतीश कुमार। पंकज कुमार आदि शिवसैनिक मौजूद रहे।

जलीलपुर में भारी बारिश के बीच निकाला गया मोहर्रम का जुलूस

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जलीलपुर क्षेत्र में भारी बारिश के बीच मुस्लिम सुन्नी समुदाय के लोगो ने मनाया मोहर्रम का त्यौहार। सुरक्षा को लेकर जलीलपुर पुलिस ने, ड्रोन कैमरे से रखी नजर। शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हुआ मोहर्रम का जुलूस।
दरअसल, जलीलपुर ब्लॉक के गाँव जलीलपुर। कमालपुर। रवाना के सुन्नी समुदाय के लोगों ने भारी बारिश के बीच, मोहर्रम के मौके पर ढोल नंगाडो के साथ अखाड़ो के साथ जल्लुस निकाला। और लोगो ने हैरतअंगेज करतब भी दिखाएं। परम्परा के तौर पर कमेटी के संघो ने एक दूसरें को पगड़ी भी बांधी। मोहर्रम का जल्लुस व अखाड़ा जलीलपुर से रवाना होते हुए, कमालपुर में जाकर सम्पन्न हुआ। जलीलपुर मोहर्रम कमेटी के लोगों ने बताया, कि सदियों से हमारे बड़े दादा परदादा मोहर्रम के मौके पर अखाड़ा व गदके खेलकर, पुरखों के जमाने से मोहर्रम का त्यौहार मनाते आ रहे हैं। और अब हम लोग भी उन्हीं के रीति रिवाजों पर चलकर मोहर्रम का त्यौहार मनाते हैं। मोहर्रम के मौके पर क्षेत्र के गांव कमालपुर में मेले का आयोजन भी किया जाता है। इस मौके पर महबूब। वकील खान। तसलीम अहमद। अनीस अहमद। इकबाल महताब खान। नूर मोहम्मद। अबरार खान। शमीम खान आदि लोगों ने मोहर्रम के अखाड़े में नए नए करतब दिखाकर, मोहर्रम के अखाड़ो में धमाल मचाया। सुरक्षा की दृष्टि से सीतामठ चौकी प्रभारी, यशपाल सिंह ने अपनी पुलिस टीम के साथ मोहर्रम जुलुस पर, ड्रोन से नजर रखकर शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न कराया।

झालू में निकाला गया मोहर्रम का जुलूस

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झालू में इमामबाड़ा के प्रांगण से मुहर्रम का मातमी जुलूस, मुतवल्ली नजाकत हुसैन व सदर मौहम्मद हसनेन के संचालन में शुरू हुआ। जिसमें मौलाना आफताब हुसैन ने कर्बला के वाक्य को सुनाते हुए, इंसान को हमेशा सच बोलना और बुरे कामो से बचने की सलाह दी। जुलूस अपने परम्परागत रास्तो को होता हुआ कर्बला पर जाकर समाप्त हुआ। जुलूस में नोहा खानी ऐजाज। अल्लन। समीर। मोनिस। मोहम्मद अली। शराफत हुसैन ने की। जबकि मातम में राजा। अली। अब्बास। हैदर। इकबाल आदि रहे। वहीं हल्दौर कोतवाल व झालू चौकी प्रभारी सुमित राठी पुलिस बल के साथ मौजूद रहे। झालू में जुलूस के दौरान नगर पंचायत झालू की और से, साफ सफाई व व्यवस्था का पूरा ध्यान रखा गया। वही जुलूस के दौरान झालू चैयरमैन लोकेन्द्र सिंह मोके पर रहे और जुलूस में शामिल लोगों के लिए जलपान की व्यवस्था भी की। लोकेन्द्र चौधरी के साथ सुरेश वर्मा। अनुराग जोशी। वरिष्ठ लिपिक अनुज अग्रवाल। अनिल बाबू आदि भी मौजूद रहे।

स्योहारा में मोहर्रम पर जमकर खेला गया अखाड़ा

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स्योहारा में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी, मुहर्रम का जुलूस निकाला गया। जुलूस में सोगवारों ने जंजीरों से जोरदार मातम किया।
आपको बता दें हज़रत इमाम हुसैन की याद में, मोहर्रम का जुलूस निकाला जाता है। मोहर्रम पर स्योहारा में अलग अलग स्थान पर अखाड़े का आयोजन किया गया। जहां पर खिलाड़ियों द्वारा हैरतअंगेज कर्तब दिखाए गए। छोटे बच्चों, बज़ुर्ग, नोजवानो द्वारा अखाड़ा खेला गया। सुरक्षा के ऐतबार से पुलिस गश्त करती रही, और शांतिपूर्ण तरीके से जुलूस सम्पन्न हुआ।

गुलदार को नरभक्षी किया गया घोषित

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बिजनौर में गुलदार के हमले से हुई, युवक की मौत के बाद अब वन विभाग के अफसर हरकत में आ गए हैं। प्रधान वन संरक्षक वन्यजीव सुधीर कुमार शर्मा ने गुलदार को नरभक्षी घोषित कर दिया है। गुलदार को चिन्हित कर मारने के निर्देश दिए गए हैं। गुलदार की तलाश के लिए दो हाथी भी दुधवा नेशनल पार्क से बिजनौर पहुंच गए हैं। जो विशेषज्ञों की टीम के साथ जंगल में गुलदार की तलाश कर रहे हैं।
दरअसल, बिजनौर जिले में गुलदार ने आतंक मचा रखा है। इसी साल की अगर बात की जाए तो, अब तक गुलदार 11 लोगों की जान ले चुका है। जबकि इससे ज्यादा लोग गुलदार के हमले से घायल हो चुके हैं। हाल ही में 17 जुलाई को कोतवाली देहात क्षेत्र के मखवाड़ा की रहने वाली गुड्डी को गुलदार ने हमला कर मार डाला था। तब भी किसान यूनियन व ग्रामीणों ने हंगामा कर गुलदार को नरभक्षी घोषित किए जाने की मांग की थी, लेकिन तब वन विभाग ने उसे ट्रेंकुलाइज करने की अनुमति दी थी। 27 जुलाई को फिर गुलदार ने तेलीपुरा गांव में खेत में काम कर रहे, संदीप को उसके पिता के सामने ही हमला कर मार डाला। संदीप की मौत के बाद गुस्साएं ग्रामीणों व किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने घंटों तक वन विभाग के खिलाफ जमकर हंगामा कर, गुलदार को नरभक्षी घोषित किए जाने की मांग की थी। बिजनौर डीएफओ अरुण कुमार सिंह ने शासन से गुलदार को मारने की अनुमति देने की मांग की थी। जिसको देखते हुए, मुख्य वन संरक्षक ने गुलदार को नरभक्षी घोषित करते हुए, मारने की अनुमति दे दी है। लेकिन एक शर्त भी लगा दी है, कि गुलदार को मारने से पहले चिन्हित किया जाएगा, कि यह वहीं गुलदार है, जो लगातार हमला कर रहा है। जिसके लिए दो एक्सपर्ट हथिनी को लाया गया है। गुलदार की खोज करने के लिए दुधवा राष्ट्रीय उद्यान से दो एक्सपर्ट हथिनी डायना और सुलोचना को, बिजनौर बुलाया गया है, जो गुलदार को चिन्हित करने के लिए विशेषज्ञों की टीम के साथ जंगल में गुलदार की तलाश कर रही है। विशेषज्ञों की टीम में गोरखपुर प्राणी उद्यान के डॉक्टर योगेश सिंह व कानपुर उद्यान के डॉक्टर नासिर को बिजनौर भेजा गया है। इसके अलावा वाइल्ड लाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया के संयोजक जीपी सिंह भी टीम के साथ शामिल है।

शेरकोट में निकाला गया मोहर्रम का जुलूस, पुलिस बल रहा तैनात

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शेरकोट में मोहर्रम की 10 तारीख को जुलूस निकाला गया। जुलूस में सैकड़ों की संख्या में शिया समुदाय के लोग मातम करते हुए नजर आए। सुरक्षा के मद्देनजर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। जुलूस दोपहर दो बजे मोहल्ला खुराड़ा स्थित इमामबाड़ा से शुरू होकर खुराडा इमामबाड़ा सादात पर संपन्न हुआ।
दरअसल, शेरकोट के खुराड़ा में शिया समुदाय का मोहर्रम की 10 तारीख को मोहर्रम जुलूस हर साल निकाला जाता है। इस जुलूस में शिया समुदाय के सैकड़ों लोग शामिल होते हैं। जुलूस अपने पूर्व निर्धारित मार्गों मौहल्ला खुराड़ा। काजीसराय। मरहूम पूर्व चेयरमैन खुर्शीद आलम की कोठी के सामने से होते हुए मेन बाजार, शैखान आदि मोहल्लों से होता हुआ, खुराड़ा इमामबाड़ा सादात पर संपन्न हुआ। जुलूस में लोग सीनाजनी व चाकू छुरियों से मातम करते हुए, या हुसैन या हुसैन का नारा लगाते हुए आगे बढ़ते रहें। उधर सुरक्षा के दृष्टि से ए एस पी पूर्वी, धर्मसिंह मार्छाल। सी ओ अफज़लगढ़, भारत सोनकर। शेरकोट थाना प्रभारी, किरनपाल सिंह एवं शेरकोट सुभाष चंद्र बोस चौकी प्रभारी, बबलू सिंह सहित भारी संख्या में पुलिस बल के साथ तैनात दिखाए दिए।

शेरकोट में पत्रकारों व ग्राम प्रधान ने कराई चारे की व्यवस्था

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शेरकोट में करोड़ो की लागत से बनी, गौशाला में हरा चारा न मिलने से गौवँशो की हो रही मौत, पत्रकारों व ग्राम प्रधान के प्रयास से कराई गई हरे चारे की व्यवस्था।
दरअसल, योगी सरकार ने गौवंशो की सुरक्षा के लिए करोड़ो की लागत से गौशालाओं का निर्माण कराया। मगर अधिकारियों की लापरवाही से चारा न मिलने के कारण लगातार गौवंशो की मौत हो रही है। इसी क्रम में बिजनौर के थाना शेरकोट के ग्राम नया गांव में करोड़ो की लागत से कान्हा गौशाला का निर्माण कराया गया। जिसमें 144 गौ वंश मौजूद है। पिछले 2 माह में आधा दर्जन गौवंशों ने हरा चारा न मिलने के कारण तड़प तड़प कर दम तोड़ दिया। पत्रकारों की टीम रणजीत सिंह दारा। मौहम्मद इमरान। नवनीत राजपूत। पंडित कृष्ण कुमार कौशिक और गांव रामसहायवाला के ग्राम प्रधान के सहयोग से हरे चारे की व्यवस्था कराई गई।

नगीना में इमाम हुसैन की याद में निकाला गया जुलूस, किया गया जोरदार मातम

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नगीना में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी मुहर्रम का जुलूस निकाला गया। जुलूस में सोगवारों ने जंजीरों से जोरदार मातम किया। जुलूस में या हुसैन या हुसैन की सदाओं के बीच कर्बला में ताजिए दफन किए गए।
दरअसल, नगीना इमामबाड़ा से मोहर्रम का जुलूस हर, साल की तरह इस साल भी निकाला गया। जो कि नगर के विभिन्न मार्गों से होते हुए, काले बनिए मोहल्ले में पहुंचा। जहाँ ढ़ोल ताशों के साथ कई तरह के करतब दिखाए गए। वहीं सैकड़ो की संख्या में शिया समुदाय के लोगो ने शिरकत करते हुए, ताजियों का जुलूस निकाला। मोहर्रम का जलूस धामपुर रोड स्थित कर्बला में जाकर संपन्न हुआ। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस बल भी तैनात रहा।

धामपुर के मिलक जहांगीराबाद में शिया हजरात ने मुहर्रम पर करबला के शहीदों की याद में निकाला मातमी जुलूस

धामपुर के मिलक जहांगीराबाद में शिया हजरात ने, मुहर्रम पर करबला के शहीदों की याद में मातमी जुलूस निकाला। जिसमे सैंकड़ों की संख्या में शिया समुदाय के लोगों ने भाग लिया।
दरअसल, आज इस्लाम के पवित्र माह मोहर्रम की दसवीं तारीख है। आज के दिन को रोज ए आशुरा भी कहा जाता है। मोहर्रम की दसवीं तारीख को ही, पैगंबर मोहम्मद के नवासे इमाम हुसैन क्रूर शासक यजीद से कर्बला की जंग में शहीद हो गए थे। इमाम हुसैन की शहादत को याद करते हुए, इस दिन शिया समुदाय के लोग सड़कों पर मातम जुलूस और ताजिया निकालते हैं। मोहर्रम का चांद दिखने के बाद शिया समुदाय के लोग पूरे महीने शोक मनाते हैं। इस दौरान वह लाल सुर्ख और चमक वाले कपड़ों से दूरी बना लेते हैं। मोहर्रम के पूरे महीने शिया मुस्लिम किसी तरह की कोई खुशी नहीं मनाते हैं, और न ही शादियां होती हैं। शिया महिलाएं और लड़कियां भी सभी श्रृंगार की चीजों से दूरी बना लेती हैं। वहीं धामपुर के मिलक जहांगीराबाद में दसवां मोहर्रम का जुलूस लगभग 4 बजे इमामबाड़ा से निकाला गया। मोहर्रम का जुलूस में शीया हजरात ने नोहा ख्वानी के साथ साथ जोरदार मातम किया। जुलूस में शिया समुदाय के अकीदतमंदों ने काले लिबास में नंगे पांव चल कर सीनाजनी व मातम किया। बच्चों द्वारा नंगी पीठ पर चाकू, छुरियों से मातम किया गया। मोहर्रम का जुलूस इमामबाड़ा से आरम्भ हो कर मैन बज़ार का होते हुए करबला पर जा कर समाप्त हुआ। जुलूस में सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस बल मौजूद रहा।