सोमवार, अप्रैल 28, 2025
होम ब्लॉग पेज 28

युवती को ले जाने को लेकर अस्पताल में हंगामा मारपीट

0

बिजनौर के जिला अस्पताल मे उस वक्त हंगामा हो गया जब अस्पताल में दवाई लेने आई युवती को उसके परिजनों ने जबरन गाड़ी में ले जाने का प्रयास किया। युवती के विरोध करने पर परिसर मर मारपीट हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस मामले की जांच में जुट गई।

दरअसल यह पूरा मामला बिजनौर के ज़िला अस्पताल का है जंहा गुरुवार को उस वक्त हंगामा हो गया जब एक युवती अपने ससुर के साथ जिला अस्पताल में दवाई लेने आई थी। युवती पर्चा लेकर ससुर के साथ जा रही थी। तभी परिसर के अंदर से युवती के भाईए माता.पिता ने उसे वैन में बैठाने का प्रयास किया गया। युवती और उसके ससुर ने विरोध किया। इस पर वहां मारपीट हो गई। परिजनों ने धक्का.मुक्की करते हुए युवती को वैन में डाल लिया। इसी दौरान जिला अस्पताल में मौजूद भीड़ वैन के सामने खड़ी हो गई। सूचना पर सीओ सिटी अनिल कुमार सिंह मौके पर पहुंच गए। उन्होंने युवती को वैन से नीचे उतारा। पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने भिजवाया और मामले की जांच में जुट गई।

बिजनौर में गुलदार के हमले से बच्चे की मौत

0

हीमपुर दीपा थाना क्षेत्र के गांव सब्दलपुर रेहरा में उस समय अफरा तफरी का माहौल हो गया जब एक गुलदार ने मासूम बच्चे को अपना निवाला बना लिया। उधर सूचना पर ग्रामीण खेत की ओर दौड़ पड़े जहां ग्रामीणों ने बच्चों को मृत अवस्था में पाया।
आपको बता दे जनपद बिजनौर के थाना बढ़ापुर के ग्राम बेरखेड़ा निवासी 13 वर्षीय अल्फेज पुत्र अहसान थाना हीमपुर दीपा के ग्राम रेहरा में अपने ननिहाल में रहकर मदरसे में पढ़ाई करता था, बताया जाता है कि अल्फेज अपने दोस्तों के साथ गांव के ही जोहड़ी के पास खेतों पर गया था। अल्फेज के दोस्तो ने बताया कि वह अमरूद तोड़ने के लिए पेड़ पर चढ़ा था, उधर खेत में घात लगाए बैठे गुलदार ने जैसे ही अल्फेज को पेड़ से उतरते देखा तो उस पर हमला बोल दिया और उसे खींचते हुए अंदर खेत में ले गया, जहां उसने अल्फेज को अपना निवाला बना लिया। घटनास्थल पर गुलदार का तांडव देख अल्फेज़ के दोस्तो ने खेतो से सीधे गांव की ओर दौड़ लगा दी और सारी घटना ग्रामीणों को बताई। गुलदार की खबर से पूरे गांव में हड़कंप मच गया और ग्रामीण खेत की ओर दौड पड़े, हालांकि जब तक ग्रामीण खेत पर पहुंचे तब गुलदार मासूम को अपना निवाला बना चुका था, उधर ग्रामीणों ने वन विभाग पर घोर लापरवाही का आरोप लगाया है, बता दें कि ग्राम रेहरा में कुछ माह पूर्व मादा गुलदार ने तीन शावको को जन्म दिया था, उस समय भी पिंजरा लगाकर गुलदार पकड़ने के लिए ग्रामीणों ने वनविभाग से आवाहन किया था, परन्तु किसी अनहोनी का इंतजार कर रहा वन विभाग मूकदर्शक बना बैठा रहा, हालांकि वन विभाग के अधिकारियो की अब भी नींद टूटेगी या नही यह कह पाना मुश्किल है,

बिजनौर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन

0

बिजनौर में उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के आहवाहन जिला कांग्रेस कमेटी बिजनौर द्वारा उत्तर प्रदेश में घरेलू गैस सिलेंडर 450 रुपये में देने की मांग को लेकर, उत्तर प्रदेश के राज्यपाल को सम्बोथित मांग पत्र जिलाधिकारी बिजनौर को दिया गया। जिले भर के कांग्रेसी जिला कांग्रेस कार्यालय से इक्क्ठा होकर जिला उपाध्यक्ष, मुनीश त्यागी के नेतृव में जिला कांग्रेस कार्यालय से जुलूस की शक्ल में नारेबाज़ी करते हुए जिला कलेक्ट्रेट पहुँचे ,और मांग पत्र जिलाधिकारी बिजनौर को दिया। जिला कांग्रेस कमेटी बिजनौर ने राज्यपाल से मांग करते हुए कहा कि भाजपा द्वारा अभी वर्तमान में सम्पन्न हुऐ राजस्थान एवं छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनावो में अपने जुमलों का पिटारा खोलते हुए, राजस्थान एवं छत्तीसगढ़ में क्रमश 450 एवं 500 रुपये में घरेलू गैस सिलेंडर देने का वादा किया। परन्तु जिन राज्यो में भाजपा की सरकारें है वहाँ अभी भी घरेलू गैस सिलेंडर बढ़े हुए दामों पर मिल रहा है। जिसे आम लोगो को अपना घर चलाने में काफी दिक्कतो का सामना करना पड़ रहा है।उत्तर प्रदेश में इनकी डबल इंजन की सरकार होते हुए भी आमजन को महगें दामों में गैस खरीदना पड़ रहा है। जहाँ चुनाव है वहाँ इनके द्वारा सस्ते दामों पर सिलेंडर देने की घोषणा एवं जहां इनकी सरकार है वहां महगें दामों पर सिलेंडर मिलना इनके दोहरे चरित्र को उजागर करता है। जिस प्रकार अन्य राज्यो में इनके द्वारा 450 रुपये में सिलेंडर देने का वादा किया जा रहा है। उसी प्रकार उत्तर प्रदेश में भी आमजन को 450 रुपये में प्रति सिलेंडर देने की कांग्रेस पार्टी मांग करती है।

मुरादाबाद में एक्सीडेंट में जीजा-साली की मौत

0

मुरादाबाद में नेशनल हाइवे पर एक आल्टो कार में डीसीएम ने टक्कर मार दी। भिड़ंत इतनी जबरदस्त थी कि कार के परखच्चे उड़ गए। हादसे में कार चला रहे युवक और समेत आगे बैठी महिला की मौत हो गई। कार की पिछली सीट पर बैठी दो महिलाएं भी गंभीर रूप से घायल हुई हैं। गाड़ी की चपेट में आने से एक साइकिल सवार भी घायल हो गया। एक्सीडेंट के बाद डीसीएम चालक गाडी वहीं छोड़कर मौके से भाग निकला। पुलिस ने तुरंत एंबुलेंस की मदद से घायलों को अस्पताल भिजवाया। एक्सीडेंट इतना खतरनाक था कि डेडबॉडी निकालने के लिए कार को गैस कटर की मदद से कटना पड़ा। पुलिस का कहना है कि हादसे में जान गंवाने वाला रोहताश उर्फ़ राहुल 27 साल पुत्र मनोहर सिंह रामपुर जिले के टांडा थाना क्षेत्र के मुकुटपुरा गांव का रहने वाला था। वह अपनी पत्नी मोनिका 26 साल और बहन सरिता 24 साल के साथ किसी शादी समारोह में शामिल होने जा रहा था। साथ में राहुल की साली मीनाक्षी भी थी। मुरादाबाद के मूंढापांडे थाना क्षेत्र के दिल्ली लखनऊ हाईवे के जीरो पॉइंट चौराहे पर दूसरी तरफ से तेज गति से आ रही डीसीएम ने राहुल की कार में टक्कर मार दी। हादसे में कार चला रहे राहुल और आगे उसके साथ बैठी उसकी साली मीनाक्षी की भी मौके पर ही मौत हो गई। जबकि पीछे बैठी राहुल की बहन सरिता और उसकी पत्नी मोनिका घायल हो गईं। हादसे की सूचना पाकर परिजन घटनास्थल पर पहुंच गए। एक्सीडेंट की वजह से हाइवे पर लंबा जाम लग गया। फिलहाल पुलिस ने डीसीएम को कब्जे में ले लिया है। मृतकों के शव पोस्टमार्टम को भिजवाए गए हैं

मां की लाश के साथ सालभर सोईं बेटियां

वाराणसी में मां के शव के साथ दो बेटियां एक साल तक सोती रहीं। रिश्तेदार आए तो घर में घुसने नहीं दिया। शक होने पर पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस दरवाजा तोड़कर घर में घुसी। अंदर का नजारा देखकर सभी हैरान रह गई। अंदर के कमरे से भयानक बदबू आ रही थी। जबकि दोनों बेटियां घर में निश्चिंत होकर बैठी थीं। जैसे ही पुलिस अंदर घुसी दोनों कंकाल से लिपटकर चिखने-चिल्लाने लगीं। पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद दोनों को घर से बाहर निकाला। मामला रात का लंका थाना क्षेत्र के सामने घाट मदरवा का है।बीमारी के चलते 8 दिसंबर, 2022 को 52 साल की ऊषा त्रिपाठी की मौत हो गई थी। उनकी दो बेटियां पल्लवी त्रिपाठी 27 और वैश्विक त्रिपाठी 18 ने तय किया मां दूर चली गई, लेकिन उनका शरीर दूर नहीं जाने देंगे। मां का शव रखकर दोनों ने उसे सुरक्षित करने की हजार कोशिशें कीं। उनके शरीर को धोया, फिर कमरे को ठंडा रखने की कोशिश की।शरीर सड़ने लगा और दुर्गंध आई तो धूपबत्ती और अगरबत्ती जलाईं। रूम फ्रेशनर कमरे में छिड़कती रहीं। मां के शरीर में कीड़े पड़ने लगे तो दोनों मिलकर उन्हें निकालती, फिर शव कंबल से ढक देतीं। कमरा बंद कर देतीं, खाना बनाती और फिर छत पर जाकर खातीं। ऊषा की मौत के बाद इस एक साल में नाना, मौसा मौसी समेत तमाम रिश्तेदार आए, लेकिन किसी को घर की दहलीज में दाखिल नहीं होने दिया। नाना के लिए दरवाजा खोला तो मौसा-मौसी से खिड़की पर ही बात की। रिश्तेदारों ने बीमार मां की एक झलक देखने की गुजारिश की, लेकिन दोनों बहनें किसी के लिए नहीं पिघलीं। पल्लवी और वैश्विक एक दूसरे से लिपटकर रोतीं, लेकिन बाहर किसी से कभी कुछ नहीं बोलीं। कुछ दिनों बाद शव कंकाल बन गया और दोनों ने उसी कंकाल के साथ जीने की आदत डाल ली। हालांकि बुधवार देर रात पुलिस ने दोनों बहनों को मानसिक रूप से बीमार मानते हुए मौसा को सुपुर्द कर दिया। शव को कब्जे में लिया है।

श्री लक्ष्मण गंगा स्नान मेले का पंडित शरदचंद शर्मा द्वारा फीता काटकर किया गया शुभारंभ

0

शेरकोट मे श्री लक्ष्मण गंगा स्नान मेला का वरिष्ठ भाजपा नेता पंडित शरदचंद शर्मा के नेतृत्व में फीता काटकर शुभारंभ किया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शेरकोट में गत वर्षाे की भांति इस वर्ष भी बड़े हर्ष और उल्लास के साथ गंगा स्नान मेले का आयोजन किया गया। गंगा स्नान मेले का भाजपा नेता एवं ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष व स्वस्तिक गार्डन रिजॉर्ट के डायरेक्टर पंडित शरद चंद शर्मा के नेतृत्व मे, गंगा स्नान मेले का फीता काटकर शुभारंभ कराया गया। शेरकोट गंगा लक्ष्मण स्नान मेले का उद्घाटन करने के पश्चात पंडित शरद चंद शर्मा ने बताया कि, यह गंगा स्नान मेला हमारे पूर्वजों की याद से भी पहले से ही मेले का आयोजन किया जा रहा है। हमसे पहले हमारे पिताजी भी इस मेले में मुख्य अतिथि के रूप में आते थे। जो अब सैनी समाज के द्वारा मुझे सम्मान मिलता है। मैं सैनी समाज एवं समस्त लोगों का धन्यवाद करता हूं। मेले में आए सभी माता बहनों एवं प्यारो बच्चों का गंगा स्नान के शुभ अवसर पर बधाई देता हूं। और गंगा स्नान मेले में सभी लोग प्रेम मोहब्बत से मेले का आनन्द ले। लक्ष्मण गंगा मेला शेरकोट कमेटी के अध्यक्ष बीरबल सैनी, कोषाध्यक्ष हिरेंद्र सैनी, उपाध्यक्ष बिसंबर सैनी, मंत्री शेरकोट नगर पालिका परिषद सभासद राधे सैनी, संरक्षक रामवीर सैनी, मुनेश सैनी, फूल सिंह सैनी, श्री लक्ष्मण गंगा मेला कमेटी शेरकोट सहयोगी, पिंटू सैनी, सीटू सैनी, प्रदीप कुमार यादव, रणजीत सिंह दारा, भारत सैनी, समस्त हिंदू समाज के लोग इस मौके पर मौजूद रहे।

सूर्यास्त होते ही पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए श्रद्धालुओं ने गंगा घाट पर किया दीपदान

0

बिजनौर गंगा बैराज व विदुर कुटी गंगा स्नान मेले में सूर्यास्त होते ही पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए श्रद्धालुओं ने गंगा घाट पर दीपदान किया। जिससे गंगा दीपों की रोशनी से जगमगा उठी और साथ ही श्रद्धालुओं ने अपने पूर्वजों की याद में गंगा तट पर पूजा कर दान दिया। बिजनौर गंगा बैराज व विदुर कुटी गंज गंगा स्नान मेले में श्रद्धालुओं ने बेड़े में दीपक रखकर गंगा में विर्सजित किए। पूर्वजों की याद में गंगा में दीपदान करने वाले श्रद्धालुओं ने गंगा माँ से अपने पूर्वजों के लिए स्वर्ग का रास्ता खुलवाने की मन्नत भी मांगी। गंगा में दीपदान होने से गंगा पूरी तरह से दीपों की रोशनी से सराबोर हो गई। गंगा घाट पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने पितरो की आत्मा की शांति के लिए दीपदान किया।

कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान मेले में लाखों श्रद्धालुओं ने गंगा में लगाई आस्था की डुबकी

0

कार्तिक पूर्णिमा पर जिले भर में लगने वाले गंगा स्नान मेले में लाखों श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाई। गंगा घाट हर हर गंगे के जयघोष से गूंज उठा। गंगा स्नान में श्रद्धालुओं ने अपने बच्चों का मुंडन संस्कार कराया और घी के साथ खिचड़ी का प्रसाद ग्रहण कर अपने घरों को लौटे। कार्तिक पूर्णिमा गंगा स्नान मेले विदुर कुटी में मुख्य घाट पर उमड़े लाखों श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाई। इसके अलावा बैराज गंगा घाट, नांगल सोती, बालावाली, नारनौर, रामगंगा आदि घाटों पर भी लाखों श्रद्धालुओं ने पहुंचकर गंगा स्नान किया। सुबह सवेरे से ही श्रद्धालुओं ने गंगा में स्नान करना शुरू कर दिया। श्रद्धालुओं का जनसैलाब गंगा में आस्था की डुबकी लगाकर अपने-अपने घरों को वापस लौट गया। इस दौरान विदुर कुटी सहित गंज क्षेत्र में घंटों तक जाम की स्थिति बनी रही। श्रद्धालुओं ने गंगा के पावन जल में डुबकी लगाकर मां गंगा का आशीर्वाद लिया। कार्तिक पूर्णिमा का पर्व शुरू होते ही श्रद्धालु अर्ध रात्रि से ही गंगा में डुबकी लगाने लगे। दिन निकलते निकलते मां भागीरथी का तट शंख तथा मां गंगा के जयकारों के साथ गूंजने लगा। गंगा के जल में लोग अपने परिवार के साथ समूह में स्नान करते हुए नजर आए। तो वहीं दूसरी और अनेक दंपत्ति अपने नवजात शिशु का मुंडन संस्कार करा रहे थे। मुंडन संस्कार के बाद दंपतियों ने अपने अपने बच्चों को मां गंगा में स्नान करा कर गंगा मॉ से उनकी दीर्घायु की कामना की।

विवाहिता की उसके पति ने गला घोटकर की हत्या….. और जा पहुचां थानें

नहटौर मे एक विवाहिता की उसके ही पति ने गला घोटकर हत्या कर दी। हत्या करने के बाद आरोपी पति ने थाने जाकर सरेंडर कर दिया। सी ओ ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की। नहटौर के मोहल्ला छापेग्रान निवासी, रहीमुददीन ने, अपनी लड़की फरहा की शादी करीब पांच वर्ष पूर्व बदहलोपुर निवासी, सलमान से की थी। बताया जाता है कि, फरहा अपने पति के साथ मायके मे रह रही थी। पति पत्नी के बीच विवाद के चलते सलमान ने सुबह के समय फरहा का गला घोटकर हत्या कर दी। और अपने एक चार वर्षीय पुत्र को लेकर घर से निकल गया। जिसके बाद स्वयं ही थाने जाकर सरेंडर कर दिया। विवाहिता की हत्या का पता चलने पर हड़कंप मच गया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। सी ओ भरत कुमार सोनकर ने, मौके पर जांच पड़ताल की है। फोरसिंक की टीम भी मौके पर पहुंची है।

गंगा मेले के नाम पर झूला लगाने वालों से की ठगी…. झूले वालों ने ठग को पकड़ा

उत्तर प्रदेश सरकार में अपराधियों को कोई भी जगह नहीं दी जा रही है। चाहे वह चोर,लफंगे, डकैत, ठग हो परंतु चांदपुर तहसील के ब्लॉक जलीलपुर में एक व्यक्ति ने लोगों को धोखा देकर रुपए ठगने का धंधा बना रखा है। जिसकी दर्जनों शिकायतें हो चुकी हैं ।थाने में मुकदमा दर्ज हो चुका है तथा जेल भी काट चुका है, परंतु वह अपने गलत कारनामे नहीं छोड़ रहा है। 27 नवंबर को गंगा स्नान का मेला नारनौर घाट पर आयोजित होगा। मेले में झूले एवं खेल, खिलौने के आइटम लगाने वाले व्यक्ति सलीम से गजेंद्र नामक व्यक्ति ने 10000 रूपये ऐठ लिए। गजेंद्र ने झूला लगाने वालों से धोखा देते हुए कहा कि इस मेले को मैं लगवाऊंगा। मुझे परमिशन हो गई है, तुम अपना सामान मेले में लगा लेना। राज तब खुला जब झूले वालों ने गजेंद्र को फोन करके कहा कि हम किस तारीख में अपना सामान लेकर नारनौर घाट पर लगने वाले मेले में आ जाये। गजेंद्र ने अपना फोन नहीं उठाया। तीन चार दिन लगातार फोन करने के बाद पीड़ित सलीम ब्लॉक जलीलपुर स्थित गजेंद्र की दुकान पर पहुंचा। मौका पाकर गजेंद्र अपनी दुकान से हट गया। सलीम ठेकेदार ने जलीलपुर स्थित एक कार्यालय परिसर में अचानक गजेंद्र को पकड़ लिया तथा शोर मचाया। वहां लोगों ने बताया कि गजेंद्र बसंतपुर का निवासी है। इसने दर्जनो लोगों को समूह के नाम लोन दिलवाकर उनके नाम एटीएम जारी कराकर लगभग डेढ़ करोड़ रुपए की हेरा फेरी की है। गजेंद्र ने नमामि गंगे नाम से एक ट्रस्ट बना रखा है जिसकी आड़ में लोगों को धोखा देकर अवैध कमाई कर रहा है। गजेंद्र के अपराधिक वृत्ति के व्यक्तियों से भी संबंध है। जिनके नाम समूह से लोन दिलाया गया है ।उनको धनराशि नहीं मिली। सभी गरीब तबके के लोग हैं। अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं