बिजनौर जिलाधिकारी उमेश मिश्रा द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्र ग्राम रावली का, दौरा कर स्थलीय निरीक्षण किया गया। इस अवसर पर उन्होंने मुआयने के दौरान गांव में रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान, बाढ़ में फंसे वन गुर्जरों के प्रवासी परिवारों को स्कूल में अस्थायी रूप से विस्थपित करने के निर्देश दिए। और ग्राम रावली के नीचे क्षेत्र में आए पानी के कारण वहां बसे परिवारों को सुरक्षा के दृष्टिगत घरों से निकाल कर स्कूल आदि स्थान में शिफट करने के निर्देश दिए। उन्होंने उप जिलाधिकारी को यह भी निर्देश दिए कि जहां लोग बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में फंसे हुए हैं। उन्हें प्राथमिकता के आधार पर सुरक्षित तौर पर निकालें और उनके लिए अस्थाई प्रवास के साथ साथ खाने पीने सहित सभी आवश्यकताओं की उपलब्धता भी सुनिश्चित करें। उन्होंने ग्राम प्रधान को निर्देश दिए कि गांव के जिन नशीबी क्षेत्रों में पानी भरा है, वहां के लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाए, ताकि उनको किसी भी प्रकार के संकट से मुक्त रखा जा सके। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि, यदि गांव में पानी बढ़ने की स्थिति उत्पन्न होती है, तो तत्काल जिला प्रशासन को उसकी सूचना भी उपलब्ध कराएं। ताकि आवश्यक सुरक्षा के प्रयास सुनिश्चित किए जा सकें। उन्होंने गांव के किनारे पर गंगा एवं मालन नदी के पानी के बहाव को ग्राम रावली में, प्रवेश करने से सुरक्षित रखने के लिए बनाए गए बांधों का भी निरीक्षण किया। जो मजबूत और सही अवस्था में पाए गए। उन्होंने मौके पर मौजूद परियोजना निदेशक ज्ञानेश्वर तिवारी को निर्देशित किया, कि गांव से पानी के निकासी के लिए बंधे पर बनाई पुलिया का चौडीकरण कराएं, या उसके बराबर ही सीमेंटेड पाईप डालने की व्यवस्था करें। उन्होंने वापसी पर गंगा बैराज पुल पर पानी के स्तर के मुआयना करते हुए, सिंचाई विभाग के अधिकारियों को पूरी सजगता और सर्तकता के साथ अपने दायिवत्वों का निर्वहन करने के निर्देश दिए।