नजीबाबाद के मौहल्ला जाब्तागंज में एक मस्जिद के इमाम साहब के साथ हुई कहासुनी के मामले में अब फैसला हो गया है।
दरअसल एक मस्जिद के ईमाम साहब की कहासुनी को लेकर सोशल मीडिया पर चर्चा चल रही थी। जिसकी जमीनी हकीकत जानने के लिए हमारे संवाददाता इमाम साहब के घर पहुंचे जहां पता चला कि करीब 4 दिन पहले बच्चों को लेकर इमाम साहब की हाजी फैसल के भाई पारूल से कहासुनी हो गई थी जिसका फैसला उसी दिन सुबह हो गया था। इमाम साहब का कहना है कि जो कहासुनी हुई थी उसके बाद उसी दिन पारूल ने माफी मांग ली थी बात वहीं खत्म हो गई थी। वहीं हाजी फैसल के भाई पारूल का कहना है कि कुछ लोग इसे राजनीतिक रूप देना चाहते हैं जोकि बहुत गलत है उनसे जो गलती हुई उन्होंने उसकी माफी उसी दिन मांग ली थी। इस बात को बिना वजह तूल दिया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ लोग अपने राजनीतिक फायदे के लिए इस बात को तूल दे रहे हैं।