राजेंद्र हत्याकांड का 1 साल बाद हुआ चौंकाने वाला खुलासा, जीजा साली गिरफ्तार बताई पूरी कहानी

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    शेरकोट इलाके में 1 साल पहले हुई राजेंद्र की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने हत्या के आरोपी जीजा और साली को गिरफ्तार किया है। जीजा ने साली का रिश्ता अपने मौसरे भाई राजेंद्र से तय कराया था, गोद भराई भी हो चुकी थी। राजेंद्र ने रिश्ता तोड दिया और आपत्ति जनक फोटो वायरल कर दिए। इसी रंजिश के चलते साली ने साजिश रच कर जीजा से हत्या कराई थी। पुलिस ने प्रेम सिंह पुत्र नेतराम निवासी गावडी पनियाला नूरपुर और कुमारी नीरज पुत्री दयाराम सिह निवासी ग्राम सलामताबाद नहटौर दोनों अभियुक्तगणों को मृतक का मोबाइल फोन व अन्य इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य सहित गिरफ्तार कर लिया है। अभियुक्त प्रेम सिंह ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि मृतक राजेन्द्र उर्फ जितेन्द्र उर्फ कलवा मेरा मौसेरा भाई है। तथा नीरज मेरी साली है। मैने ही राजेन्द्र उर्फ जितेन्द्र की शादी नीरज के साथ तय कराई थी। बाद में मुझे जानकारी हुई कि राजेन्द्र उर्फ जितेन्द्र मेरी पत्नी से भी उल्टी सीधी मजाक करता है तथा मेरी पत्नी पर गन्दी नजर रखता है एवं मेरे घर पर भी आता जाता रहता है। राजेन्द्र उर्फ जितेन्द्र ने मेरी साली नीरज के आपत्तिजनक फोटो खींच लिये थे तथा एक दो जगह फोटो भी भेज दिये थे। राजेन्द्र, नीरज से शादी करने से इन्कार कर रहा था, जिस कारण मेरी व नीरज के परिजनों की समाज व रिश्तेदारी में बदनामी हो रही थी। इसलिये हमने राजेन्द्र को ठिकाने लगाने की योजना बनायी। दिनांक 12 मार्च 2023 को सगाई का सामान लौटने के बाद रात में समय करीब 11 12 बजे राजेन्द्र मुझे नहटौर के पास मिला था और कहा कि तूने मेरे पैसे से ही गोद भराई कर दी और सामान भी वापस ले लिया। तेरी घर वाली और नीरज तथा नीरज के भाई मनोज के पास मेरे लाखो रुपये है मेरे पैसे वापस कर दे। राजेन्द्र नें शराब पी रखी थी, मैंनें उसे मारने के उद्देश्य से बातो में लगाकर घर छोडने के बहाने से अपनी स्विफ्ट कार मे बैठा लिया और अपना मोबाइल बन्द कर लिया। उसके बाद मै राजेन्द्र को योजना के तहत शेरकोट से आगे पेट्रोल पम्प के पास एकान्त जगह में आया तथा लघुशंका के बहाने गाडी से उतर गया तो राजेन्द्र भी शराब के नशे में लडखडाते हुए गाडी से नीचे उतर आया। जब मैने देखा कि दूर तक कोई वाहन या व्यक्ति नही आ रहा है, तो मैने राजेन्द्र के सिर में पिस्टल सटाकर गोली मार दी और राजेन्द्र को खींचकर झाडियों में धकेल दिया। उसके बाद मैं अपनी गाडी को लेकर खो बैराज पर आया और पिस्टल को बैराज से खो नदी में फेंक दिया। हमे राजेन्द्र से अपनी जान का खतरा था, क्योंकि राजेन्द्र हमे कई बार जान से मारने की धमकी दे चुका था। पुलिस पकड न ले इस कारण मैं अगले दिन दिल्ली चला गया था।
    शेरकोट से रंजीत सिंह की रिपोर्ट।

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