मन के नकारात्मक विचारों से ही तनाव होता है तनाव से व्यक्ति दुखी अशांत तनाव के कारण देर रात को सुख चैन से नहीं सकता

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चांदपुर में राजस्थान प्रदेश के माउंट आबू स्थित ब्रह्माकुमारी संस्था से आए, ब्रह्मकुमार भगवान भाई ने कहा कि, मन में चलने वाले लगातार नकारात्मक विचार वर्तमान में अनेक समस्याओं का कारण बनते है। मन के नकारात्मक विचारों से ही तनाव उत्पन्न होता है। तनाव के कारण वह रात को सुख चैन से सो नही सकता। ऐसी अवस्था में व्यक्ति नशे के अधिन होता जाता है। उसे क्रोध, चिड़चिड़ापन, भूलने जैसी समस्या होने की संभावना होती है। इसलिए वर्तमान समय मे तनाव से मुक्ति के लिए सकारात्मक विचारों की आवश्यकता है। भगवान भाई ने कहा कि सकारात्मक रहने से हर समस्या का समाधान निकलता है। बुराई में भी अच्छाई देखने का प्रयास करने से मन पर काबू पाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि मन में चलने वाले विचारों से ही स्मृति, वृत्ति, भावना, दृष्टिकोण और व्यवहार बनता है। अगर मन के विचार नकारात्मक होंगे तो स्मृति, दृष्टि, वृत्ति, भावना, व्यवहार भी नकारात्मक बनता है। ऐसा होने से मन में तनाव पैदा होता है। मन के विचार ही वास्तव में बीज है। भगवान भाई ने सकारात्मक विचारों को तनाव मुक्ति की संजीवनी बूटी बताया। सकारात्मक विचारों का स्त्रोत आध्यात्मिकता है। वरिष्ठ भ्राता बी के जगपाल ने बताया कि, वर्तमान समय स्वयं को सकारात्मक बनाने की आवश्यकता है। सकारात्मक सोचने वाला हर परिस्थिति को स्वीकार कर विजयी बन सकता है। उन्होंने बताया कि तनाव से नशा, व्यसन आदि बुरी आदते लगती है। स्थानीय राजयोग सेवाकेन्द्र की संचालिका साधना ने कहा राजयोग के नित्य अभ्यास से ही, हमारा मनोबल और आत्मबल बढ़ता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान की परिवेश में हर एक को, किसी न किसी बात का तनाव जरूर होता है। सुनी हुई बातो को अमल में लाकर तनाव से मुक्त रहने की प्रेरणा दी। कार्यक्रम का संचालन बी के महावीर भाई ने किया। इस दौरान भारी संख्या में वरिष्ठ नागरिक भी उपस्थित थे। भगवान भाई ने मनोबल, आत्मबल बढ़ाने के लिए राज योग भी कराया।

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