बिजनौर में पिंजरे में कैद हुआ नरभक्षी गुलदार

0
116

बिजनौर में लोगों की जान का दुश्मन बना नरभक्षी गुलदार, आखिरकार वन विभाग के लगाए पिंजरे में हुआ कैद। गुलदार की दहाड़ सुनकर आसपास के सैकड़ों लोगों की, भीड़ मौके पर जमा हो गई।
दरअसल, उत्तर प्रदेश के बिजनौर में वन विभाग को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। आखिर पांच माह बीतने व वन विभाग की कड़ी मशक्कत के बाद, पहली कामयाबी मिली। रेहड़ थाना क्षेत्र के गांव सादकपुर में वन विभाग की ओर से लगाए गए, पिंजरे में गुलदार फंस ही गया। दर्जनो लोगो को मौत के धाट उतारने वाले गुलदार के फंसने पर गांव के ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। 2 जुलाई को सादकपुर भटपुरा मार्ग पर 30 जुलाई को गुलदार के हमले में हुई भटपुरे में, युवती जमना की मौत के बाद सर्वेश वत्सल, के ट्यूबवेल पर पिंजरा लगाया गया। हालांकि 31 जुलाई को दो पिंजरे गांव निवासी चमन सिंह, व नत्थू सिंह के खेतों पर भरपुरा खैरूल्लापुर नहर मार्ग पर लगाए गए थे। गुलदार की मौजूदगी गांव सादकपुर में पिंजरा लगाए स्थान पर मिल रही थी। सोमवार शाम को भी ग्रामीणो ने गुलदार की मौजूदगी की सूचना वन विभाग को दी थी, जिसके बाद यह पिंजरा लगाया गया था। वहीं कहीं न कहीं वन विभाग की दुश्वारियां भी कम हुई हैं, और उन्हें पहली सफलता हासिल हुई है। रेहड़ थाना क्षेत्र के गांव उदयपुर। मुस्सेपुर। बादशाहपुर। मच्छमार। भटपुरा व हसनपुर में गुलदार ने जमकर आतंक मचाया था। अब देखना यह है कि पिंजरे मे फंसा गुलदार नरभक्षी घोषित किया खूनी गुलदार है, या कोई अन्य गुलदार है।