धामपुर के 5 दिवसीय ऐतिहासिक होली महोत्सव का हुआ समापन

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धामपुर में बीते 5 दिनो से चल रहे होली महोत्सव का समापन हो गया, नगर में बड़े ही धूमधाम के साथ शांतिपूर्ण ढ़ंग से होली मनाई गई, बताते चले कि पश्चिमी उत्तरप्रदेश में अपना विषेश महत्व रखने वाली ऐतिहासिक होली का आगाज़ एकादशी के दिन से ही शुरू हो जाता है एकादशी के मौके पर नगर में गीले रंग का भव्य जुलूस निकाला जाता है इसी रंग जुलूस के साथ धामपुर के 5 दिवसीय होली महोत्सव का भी शुभारम्भ हो जाता है एकादशी से लेकर दुल्हैंडी धामपुर की गलियां रंगो में सराबोर रहती है क्या बच्चे क्या बूढ़े, हर वर्ग जाति मजहब और समुदाय के लोग होली खेलकर गंगा जमुनी तहजीब का परिचय देते है यू कहे की 5 दिनो के रंग महोत्सव के दौरान धामपुर की किसी भी गली से बीते रंग डलवाये निकलना बेहद ही मुश्किल बात है रंग एकादशी के बाद होली की षाम नगर में भव्य षोभायात्रा निकाली जाती है इस षोभायात्रा में कई प्रदेशो की झाकियां शामिल होती है जिसमें कलाकार अपनी कलाओं के माध्यम से इस जुलूस की ओर लोगो को दिल आकर्शित करते है होली की देर रात तक नगर में जुलूस निकाला जाता है उधर नगर के लगभग हर मुख्य चैराहो पर होलियां रखी जाती है पूजा अर्चना और विधि विधान के साथ होलिका पूजन और होलिका दहन किया जाता है होली से अगले दिन दुल्हैंडी की सुबह आदर्श होली हवन समिति के तत्वावधान में नगर का ऐतिहासिक सूखे रंग का होली हवन जुलूस निकाला जाता है इस जुलूस के साथ ही नगर में गुलाल और सूखे रंगो की होली खेली जाती है नगर के मुस्लिम इलाको में जुलूस का फूलो और फलो से जोरदार स्वागत होता है नगर में जहां जहां से ये सूखे रंग का जुलूस निकलता जाता है वहां वहां से गीले रंग की होली शुरू हो जाती है सूखे रंग के हवन जुलूस के बाद नगर में गीले रंग का जुलूस निकाला जाता है जिसमें हुलियारे बड़ी बड़ी पिचकारियों और पंपो से रंग डालते है इस दौरान नगर की गलियां रंगो में सराबोर हो जाती है धामपुर की होली में लोगे जाति धर्म से उपर उठकर एक दूसरे के साथ मिलजुल कर होली मनाते है सुरक्षा के लिहाज से 5 दिनो तक पुलिस प्रषासन की भी मुस्तैदी रहती है और जुलूसो के दौरान भारी पुलिस बल की तैनाती रहती है इस साल भी धामपुर की ऐतिहासिक होली धूमधाम के साथ मनाई गई और शांतिपूर्ण माहौल और भाईचारे के साथ होली महोत्सव का समापन हो गया