करीब ढाई लाख मतदाताओं वाली धामपुर विधानसभा में विधायक अशोक कुमार राणा ने सवा लाख लोगों की भीड़ सामूहिक भोज में जुटा कर अपनी ताकत का एक बार फिर से अहसास करा दिया। दिसंबर माह की सर्दी में पौत्र एवं पौत्री के जन्मोत्सव कार्यक्रम में उमड़ी भीड़ ने सियासी गलियारों में गर्माहट पैदा कर दी है। सामूहिक भोज में उमड़ी भीड़ यदि वोटों में कन्वर्ट हो गई तो धामपुर विधानसभा क्षेत्र में एक बार फिर से भगवा फहराने से कोई रोक नहीं सकेगा। यह आंकड़े विपक्षी राजनीतिक दलों को चिंता में डालने के लिए काफी हैं।
आपको बता दें कि धामपुर विधानसभा में करीब ढाई लाख से अधिक मतदाता 2022 में विधायक की किस्मत का फैसला करने जा रहे हैं। ऐसे में चुनाव से चंद समय पूर्व भाजपा विधायक अशोक कुमार राणा ने अपने पारिवारिक कार्यक्रम में धामपुर विधानसभा क्षेत्र के हर कस्बे व गांव के लोगों को सामूहिक भोज के लिए आमंत्रित कर चुनाव की तैयारी का बिगुल बजा दिया है। राजनीतिक पंडितों का मानना है कि विधायक के सामूहिक भाज में विधानसभा क्षेत्र के कोने कोने से हजारों की तादाद में हर वर्ग के लोग शुभकामनाएं देने पहंुचे थे। विधानसभा क्षेत्र का शायद ही कोई ऐसा गांव या कस्बा होगा जहां से कई हज़ार लोग शामिल न हुए हों। विधायक अशोक राणा की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से ही लगता है कि हजारों की संख्या में ग्रामीण ट्रैक्टर-ट्राली पर सवार होकर ढोल नगाड़ों के साथ अपने अपने गांव से कार्यक्रम में शामिल होने के लिए रवाना हुए। प्रियंका माॅडर्न स्कूल के विशाल मैदान के बाहर धामपुर स्योहारा मार्ग पर भीड़ का आलम यह था कि जहां तक नजर जाए लोगों के सिर ही चमक रहे थे। राजनीतिक पंडितों का मानना है कि वैसे तो यह कार्यक्रम विधायक अशोक राणा का पारिवारिक कार्यक्रम था मगर पूरे विधानसभा क्षेत्र को अपना परिवार मानने वाले अशोक राणा, पत्नी ज्योति किरण, पुत्र प्रियंकर राणा, पुत्रवधु अदिति सिंह, भांजा उदित नारायण और रिश्तेदार रोहिद राणा आदि के द्वारा किए गए कार्यक्रम मैनेजमैंट की सफलता ने विधायक को चुनाव से पूर्व एक नई ऊर्जा देने का काम किया है। अब यह भीड़ चुनाव में क्या गुल खिलाएगी यह भले ही अभी भविष्य में हो मगर चुनावी गलियारे में इसमें अभी से गर्माहट पैदा कर चुनाव का बिगुल बजा दिया है।