उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई घटना में मारे गये किसानों और पत्रकार को श्रद्धांजलि देने के लिए स्योहारा में भारतीय किसान यूनियन और संयुक्त किसान मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने संयुक्त रूप से कैंडल मार्च निकाला। कैंडल मार्च के दौरान किसान संगठनों के सदस्यों ने सरकार विरोधी नारे लगाये। किसान नेता इसरार अली ने कहा कि भाजपा सरकार की किसान और मजदूर विरोधी दमनकारी नीतियों ने देश को बर्बाद करके रख दिया है। सरकार द्वारा लाये गए तीनो काले कानूनों के खिलाफ किसान लगभग 1 साल से प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन सरकार किसानों की बात सुनने को तैयार नही है। उन्होंने कहा कि जब तक काले कानून वापस नही होते प्रदर्शन जारी रहेगा। साथ ही लखीमपुर में मारे गये किसानों और पत्रकार के परिवार को एक एक करोड़ रूपये का मुआवज़ा दिलाने तथा परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिलाने की मांग की गई।