स्योहारा के बुढ़नपुर ब्लाॅक क्षेत्र में ऑपरेशन कायाकल्प के नाम पर प्राथमिक विद्यालय की दुर्गति दिख रही है। दरअसल परिषदीय स्कूलों में स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से ऑपरेशन कायाकल्प की शुरूआत की गई थी। इस योजना के तहत प्राथमिक विद्यालयों को माॅडल स्कूल की तर्ज पर विकसित करना था। ऑपरेशन कायाकल्प के तहत विद्युतीकरण, शुद्ध एवं सुरक्षित पेयजल, शौचालय, कमरोें में टाईल्स, रैप रेलिंग सहित 14 बिन्दुओं पर काम किया जाना होता है।
लेकिन क्या ब्लाॅक बुढ़नपुर के उच्च प्राथमिक विद्यालय का कायाकल्प हुआ है। स्थिति इसके बिल्कुल उलट है। बुढ़नपुर के प्राथमिक विद्यालयों में कमरों की दीवार और छत जर्जर हालत में हैं जो कभी भी गिर सकती है। आगे जब स्कूल खुलेंगे तो क्या बच्चों को ऐसे क्षतिग्रस्त कमरों में पढ़ाना सुरक्षित होगा। आखिर क्यों अभी तक इन कमरों की मरम्मत या नवीनीकरण नही किया गया। कई बार शिकायत किये जाने के बाद भी क्यों अधिकारीगण उदासीन बने हुए हैं? इसके अलावा विद्यालय में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था भी नही है। विद्यालय में पानी के लिए दो हैण्डपम्प हैं जिनमें से एक ठप पड़ा है और दूसरे में दूषित पानी आता है जो पीने योग्य नही है। कुल मिलाकर विद्यालय के कायाकल्प के नाम पर यहां कुछ भी देखने को नही मिलता। कहा जा सकता है कि विद्यालय में अव्यवस्थाओं का बोलबाला है।