बिजनौर के मंडावर रोड पर स्थित सिटी हॉस्पिटल की निर्माणधीन तीसरी मंजिल पर काम कर रहे एक मजदूर की गिरकर मौत हो गई है। परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए, जमकर हंगामा कर जाम लगाने का प्रयास करने लगे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने गुस्साए लोगों को कार्रवाई का आश्वासन देकर समझा बूझकर शांत किया।
दरअसल, यह पूरा मामला बिजनौर शहर कोतवाली क्षेत्र के मंडावार रोड पर स्थित डॉक्टर पंकज त्यागी के सिटी हॉस्पिटल का है। जहां पर हॉस्पिटल की तीसरी मंजिल पर निर्माण कार्य चल रहा हैं। निर्माण कार्य में मोहलडपुर का रहने वाला रामेंद्र पुत्र मुनीश मजदूरी का काम कर रहा है। बताया जा रहा है कि रामेंद्र सीढ़ियों से गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया, उसे अस्पताल कर्मचारियों द्वारा अस्पताल ले जाया गया। जहां से गंभीर हालत देखते हुए एम्स ऋषिकेश के लिए रेफर कर दिया गया। एम्स में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। रामेंद्र की मौत से परिवार में कोहराम मच गया, परिजनों का रो रो कर बुरा है। देर शाम परिजन उसका शव एंबुलेंस में लेकर सिटी हॉस्पिटल पहुंचे और मण्डवार रोड पर गाड़ी खड़ी कर जाम लगाने का प्रयास किया। सूचना पर शहर कोतवाल और मण्डावर एस ओ पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। परिजनों का आरोप है कि, अस्पताल प्रबंधन ने घटना को छिपाया है, उन्हें देरी से जानकारी दी गई है। सुबह घटना थी, लेकिन दोपहर बाद बताया गया। गुस्साए परिजनों ने हंगामा करते हुए बताया कि, अस्पताल के निर्माण कार्य के दौरान लापरवाही बरती गई है। सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है, जिसके चलते हादसा हुआ। परिजन दो घण्टे से अधिक तक शव अस्पताल के सामने एंबुलेंस में रखे रहे। हंगामा कर अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते रहे। काफी मशक्कत के पुलिस ने गुस्साए परिजनों को समझा बूझकर शांत किया, और कार्रवाई, व मदद का आश्वासन देकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। वहीं इस मामले में शहर कोतवाल का कहना है कि, तहरीर के आधार पर विधिक कार्रवाई की जाएगी। उधर सिटी हॉस्पिटल के प्रबंधक उमेंद्र त्यागी का कहना है कि, निर्माण की जिम्मेदारी ठेकेदार की है। मजदूर का पैर फिसल गया था। उसका इलाज में कोई कमी नहीं छोड़ी गई है। परिवार की हर सम्भव मदद की जायेगी