नगीना रामलीला बाग काली मंदिर में सुबह से श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़ हुआ पहले नवरात्रि शुभारंभ मां शैलपुत्री की पूजा के दिन होती है। शैलपुत्री हिमालय की पुत्री है इस वजह से मां के इस स्वरूप को शैलपुत्री कहा जाता है इनकी आराधना से सभी मनोकामना पूर्ण होती है वातावरण सुबह से ही दुर्गा मय हो गया और पूजा अर्चना से वातावरण भी शुद्ध हो गया। यह मंदिर प्राचीन समय से प्रसिद्ध है जो भी किसी मनोकामना से आता है उसकी सभी मनोकामना पूर्ण हो जाती है । इस दौरान बच्चों के खेल खिलौने की भी दुकान मंदिर के प्रांगण में लगी हुई है और माता की चुनरी प्रसाद इनकी खरीदारी श्रद्धालु कर रहे हैं माता की पूजा अर्चना के बाद प्रसाद का भोग लगा रहे हैं और माता का आशीर्वाद प्राप्त कर अपने जीवन को धन्य धन्य कर रहे हैं