धामपुर के शिखर शिशु सदन सीनियर सैकेन्ड्री स्कूल की नवनिर्मित बिल्डिंग में सामान्य एवं विशिष्ट बच्चों के लिए निःशुल्क मनोचिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें 3 से 12 वर्ष तक आयु के बच्चों का निरीक्षण किया गया। शिविर का शुभारंभ अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर एवं मां शारदे की वंदना कर किया गया।
इस मौके पर विद्यालय के प्रधानाचार्य वी.के. राणा ने अपने अभिभाषण में समावेशी शिक्षा के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ये बड़े सौभाग्य की बात है कि शिखर स्कूल के तत्वाधान में ऐसे विशिष्ट बच्चों की शिक्षा का प्रावधान हो रहा है जो अपनी बौद्धिक अक्षमता के कारण समाज से अलग-थलग पड़ जाते हैं। उन्होंने ने ऐसे बच्चों के अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि शिखर स्कूल का प्रयास कठिन परिक्षम और लगन से बच्चों को पढ़ाई का एक अच्छा माहौल देना है। वहीं इस मौके पर स्कूल के प्रबन्धक नरेन्द्र कुमार गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि उनका हमेशा से सपना था कि वह बौद्धिक रूप से अक्षम बच्चों के लिए स्कूल खोलकर उन्हें शिक्षित कर जीवन की चुनौतियों के लिए सक्षम बना सकें।