नगीना लीलावती हॉस्पिटल मैं गुलिस्ता जिसके बच्चे की डिलीवरी के समय मृत्यु हुई डिलीवरी से पहले नॉर्मल बच्चा होने की बात कही गई उसके बाद परिजनों से दबाव बनाया गया कि ₹20000 आप यहां पर जमा करें। वरना आपका जच्चा बच्चा नहीं जा सकेगा उससे पहले ₹20000 जमा करा लिए गए थे झोलाछाप के गलत इलाज से दो और नवजात शिशुओं की मौके पर ही मौत हो गई । शिशुओं की मौत से गुस्साए परिजनों ने जच्चा बच्चा केंद्र पर हंगामा करते हुए झोलाछाप चिकित्सक की जमकर पिटाई की घटना के समय पुलिस प्रशासन भी मौजूद रहा । तथा इन झोलाछाप नर्सिंग होम की शिकायत होने के बाद भी क्षेत्रीय नोडल अधिकारी एसीएमओ कुंभकरण की निंद्रा में सोया है जिसको लेकर क्षेत्रीय जनता में आक्रोश है।
मोहल्ला लाल सराय स्थित अनाया जच्चा बच्चा केंद्र जो कि बिना डिग्री के झोलाछाप चिकित्सक उदयराज व उसकी पत्नी नीतू दोनों मिलकर जच्चा बच्चा केंद्र चला रहे है जो नॉर्मल डिलीवरी (प्रसव ) कराने के साथ-साथ छोटा बड़ा ऑपरेशन भी कर लेते हैं। शनिवार को 4 बजे लाल सराय निवासी गुलिस्ता खातून 35 वर्ष मोहम्मद अफसार व थाना नजीबाबाद क्षेत्र के गांव महावतपुर बिल्लोच निवासी शालू पत्नी सूरज दोनों जच्चाओं को प्रसव पीड़ा होने पर परिजन इसी जच्चा बच्चा केंद्र पर ले गए जिसे जच्चा बच्चा केंद्र के संचालक झोलाछाप उदयराज व नीतू रानी ने भर्ती कर इलाज शुरू कर दिया डिलीवरी के दौरान जच्चा बच्चा केंद्र में मौजूद झोलाछाप चिकित्सिका बेबी रानी ने गुलिस्तां खातून की हालत बिगड़ता देख उसे नगर में मौजूद इसी का दूसरा मौसेरा भाई लीलावती जच्चा बच्चा केन्द्र के नाम से झोलाछाप चिकित्सक संचालक अर्जुन कुमार भूखे शेर की तरह अपने शिकार की तलाश में जच्चा के इंतजार में बैठा था और जैसे ही गुलिस्ता अपने परिजनों के साथ लीलावती जच्चा बच्चा केंद्र नर्सिंग होम में पहुंची तो वहां ऑपरेशन के नाम पर उससे 20 हज़ार रुपये पहले ही जमा करवा लिए गए पैसे जमा करवाने के बाद झोलाछाप चिकित्सक अर्जुन ने अनाया क्लीनिक से रेफर होकर आई जच्चा गुलिस्ता खातून का इलाज शुरू कर दिया झोलाछाप चिकित्सक के ऑपरेशन करने से जच्चा की बच्चेदानी फट गयी। तथा बोकलाया झोलाछाप चिकित्सक अर्जुन ने अपने जच्चा बच्चा केंद्र से खातून के परिजनों को नर्सिंग होम से भगा दिया। परिजनों ने इसकी शिकायत संबंधित अधिकारियों से की तो एक झूठी तसल्ली देकर उन्हें वहां से वापस भेज दिया गया । तथा दूसरी जच्चा शालू पत्नी सूरज ने भी अपनी पत्नी को प्रसव पीड़ा से परेशान होता देख शालू को शनिवार को सुबह 11:30 बजे अनाया नर्सिंग होम में भर्ती करवाया तथा झोलाछाप चिकित्सकों द्वारा शालू का ऑपरेशन किया गया ऑपरेशन के दौरान जच्चा को मारपीट कर जगा कर रखा। जिससे शालू वहीं बेहोश हो गई बेहोश हो जाने पर दोनों झोलाछाप चिकित्सकों ने जच्चा की हालत बिगड़ता देख उस के साथ आए तीमानदारों से कहा कि अपने मरीज को आप यहां से कहीं और ले जाओ अब इसकी हालत बहुत ज्यादा बिगड़ चुकी है जिस पर परिजनों ने आरोप लगाया है कि हमारे मरीज का इन झोलाछाप चिकित्सकों द्वारा गलत इलाज किया गया है जिससे शालू की बच्चेदानी भी फट गई है और नवजात शिशु की पेट में ही मौत हो गई । दोनों के परिजनों के बीच में समझौते के नाम पर कुछ लोग पुलिस व पीड़ित परिवार वालो को मोटी रकम जच्चा बच्चा केंद्र के संचालक द्वारा दिलवाने का काम करने में लगे रहे देखना यह है कि भाजपा सरकार एक ओर भ्रष्टाचार को देश से खत्म करने के बड़े बड़े बादे लेकर इतने बड़े-बड़े वादे कर रही है दोनों के परिजनों ने घटना की तहरीर थाना नगीना को दे दी हैं ।
उधर जबकि यह जगजाहिर है कि नगर क्षेत्र में विशेष रुप से नेशनल हाईवे 74 पर बिजनौर रेलवे फाटक से कस्बा कोटरा धामपुर रोड दर्जनों झोलाछाप के आलीशान नर्सिंग होम चल रहे हैं जिन पर आए दिन जच्चा या बच्चे की मौत होना अखबारों की सुर्खियों में रहता है और बार-बार मुख्य चिकित्सा अधिकारी उच्च अधिकारियों से मौखिक और लिखित शिकायतें होती रही है शिकायतों के आधार पर क्षेत्र के डिप्टी सीएम नोडल अधिकारी जांच पड़ताल कर उनके नर्सिंग होम तो सील कर जाते हैं पर मोटी रकम लेकर दो-चार दिन बाद ही सील अपने आप टूट कर नर्सिंग होम चलता दिखाई देता है इन सब को लेकर नर्सिंग होम के संचालक स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से बिना डर के नर्सिंग होम चला रहे हैं और जच्चा बच्चा के जीवन से खिलवाड़ कर रहे हैं।