जनपद बिजनौर के नूरपुर थाने में तैनात दो दरोगा और एक सिपाही के विरूद्ध कोर्ट के आदेश पर हत्या का मामला दर्ज किया गया है। दरअलस बीते दिनों पुलिस अभिरक्षा में मेडिकल के लिए गया एक युवक फरार हो गया था जिसके बाद युवक की लाश बिजनौर में बैराज रोड पर एक पेड़ से लटकी मिली थी। पुलिस ने युवक के शव का अंतिम संस्कार भी करा दिया था।
इस मामले में नया मोड़ तब आया जब कोर्ट के आदेश पर दो दरोगा और एक सिपाही सहित 8 लोगों के खिलाफ नामजद और 4 अज्ञात लोगों के खिलाफ उक्त युवक की हत्या का मामला दर्ज किया गया।
कोर्ट के आदेश पर दर्ज की गई एफ.आई.आर. के अनुसार नूरपुर थाना क्षेत्र के गांव झीरन निवासी जयपाल सिंह के पुत्र नीटू का गांव के कुछ लोगों के साथ किसी बात को लेकर विवाद हो गया था। इसी रंजिश को लेकर 12-13 जुलाई की मध्यरात्रि को गांव के कुछ लोगों ने नूरपुर थाने के पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर नीटू को मारा पीटा और मरणासन्न अवस्था में अपने साथ ले गये। जिसके बाद जयपाल सिंह ने अपने पुत्र के बारे में उन लोगों से कई बार पूछा लेकिन उन्होंने कोई जवाब नही दिया। घटना के लगभग 5 दिन बाद नूरपुर थाने में तैनात दरोगा और कुछ अज्ञात पुलिसकर्मी जयपाल सिंह को अपने साथ बिजनौर कोतवाली शहर में बैराज पर ले गये जहां पहले से ही 20-25 पुलिस वाले नीटू के शव को लेकर मौजूद थे, वहां जयपाल सिंह के साथ जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए जबरदस्ती कुछ कोरे कागज़ों पर उसके अंगूठे लगवा लिये और नीटू के शव का अंतिम संस्कार कर दिया। उक्त मामले के बाद जयपाल सिंह ने थाने में और पुलिस क्षेत्राधिकारी कार्यालय में भी मामले की शिकायत की लेकिन उसकी रिपोर्ट दर्ज नही की गई यहां तक की उसने प्रार्थना पत्र की एक काॅपी पुलिस अधीक्षक कार्यालय में भी प्रेषित की लेकिन तब भी कोई कार्यवाही नही हुई। जिसके बाद पीड़ित जयपाल सिंह ने माननीय न्यायालय में पूरे घटनाक्रम से संबंधित एक प्रार्थना पत्र प्रेाित किया। पीड़ित के प्रार्थना पत्र का संज्ञान लेते हुए कोर्ट ने मृतक के गांव के ही आरोपियों और नूरपुर थाने में तैनात दरोगा शहज़ाद अली, शिवकुमार और कांस्टेबल सचिन कुमार सहित 8 नामजद और 4 अज्ञात पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज करने के आदेश दिये। कोर्ट के आदेश पर मामला दर्ज कर लिया गया है अब आगे इस विषय में क्या कार्यवाही होती है ये समय के साथ ही पता चलेगा।