ग्रामीण क्षेत्रों में गुलदार के गुर्राहने से दहशत कायम

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    बिजनौर में गुलदार से बिजनौर वासियों को महीने भर की ही राहत मिली थी कि फिर से गुलदार ग्रामीण क्षेत्रों में गुर्राहने रहने लगा है साल भर के भीतर गुलदार ने जिले भर के अलग अलग थाना क्षेत्र में 18 लोगों को मौत के घाट उतार दिया है। लेकिन गुलदार की संख्या कम होने का नाम नहीं ले रही है हालांकि बिजनौर वन विभाग की टीम ने दर्जनों गुलदार को पड़कर गैर जनपद में भेज कर सुरक्षित स्थान पर छुड़वा दिया है। लेकिन सिलसिलेवार तरीके से रिहायशी इलाकों में गुलदार की दस्तक लोगों के सर का दर्द बनी हुई है।
    दरअसल साल 2023 के भीतर गुलदार ने जाने कितने परिवार खत्म कर दिए हैं। लेकिन मानव व वन्य जीव गुलदार का संघर्ष लगातार जारी है, मौका लगते ही गुलदार झपटा मारकर इंसान को मौत की नींद सुला देता है। ताजा मामला बिजनौर के थाना कोतवाली शहर के गांव गढ़ी बगीची का है , जहां पर गांव निवासी रामनाथ सिंह अपने ट्यूबल पर गए तो गुलदार एक गीदड़ को पेड़ पर बैठकर खा रहा था। ट्रैक्टर की रोशनी लगते ही गुलदार पेड़ से उतरकर गन्ने के खेत में घुस गया, पूर्व ग्राम प्रधान अमित आर्य ने बताया कि कई दिनों से आबादी के नजदीक गुलदार की दस्तक है। जिससे गांव में लोगों को तो सतर्क कर दिया है, लेकिन वन विभाग की टीम ने यदि पिंजरा नहीं लगाया तो जल्दी कोई बड़ी घटना हो सकती है। इतना ही नहीं गुलदार मरे हुए गीदड़ को पेड़ पर ही टांग कर गन्ने के खेत में घुस गया, फिलहाल घटना को लेकर क्षेत्रीय वन अधिकारी महेश गौतम ने ग्रामीणों को गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाने का आश्वासन दिया है