प्रधानमंत्री की महत्वकांक्षी योजना आयुश्मान भारत को खुद स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी और अधिकारी ही चूना लगाते दिख रहे है मामला रामपुर का है जहाँ आयुष्मान कार्ड धारक एक मरीज को जिला अस्पताल से बाहर निकालने का मामला सामने आया है आरोप है कि जिला अस्पताल स्टाफ ने मरीज को कही ओर इलाज कराने की बात करते हुए अस्पताल से बाहर निकाल दिया, जिसके बाद गरीब मरीज के समर्थन में कई सामाजिक संगठन और व्यापारी उतर आये और हंगामा कर दिया, जानकारी है कि रामपुर निवासी गरीब प्यारे लाल सैनी के पास केन्द्र सरकार का आयुश्मान कार्ड है प्यारे लाल पिछले तीन चार दिनो से जिला अस्पताल के प्राइवेट वार्ड में भर्ती था, कार्ड धारक होने के साथ प्यारे लाल सरकारी या प्राइवेट अस्पताल में अपना इलाज निषुल्क करा सकता है लेकिन उसके बाद भी जिला अस्पताल के डाॅक्टर और नर्सो से उसे अस्पताल से बाहर निकाल दिया, मामले की जानकारी मिलने पर कई सामाजिक संगठन और व्यापारी पीड़ित के समर्थन में उतर आये और हंगामा कर दिया मामला सीएमओं तक पहंुचा तो सीएमओ ने तुंरत सीएमएस को प्यारे लाल का इलाज करने के निर्देष दिये, सीएमएस ने अपना और स्टाफ का बचाव करते हुए कहा कि पीड़ित ने षुरूआत में आयुश्मान कार्ड के बारे में जानकारी नही दी थी