आमतौर पर सरकारी राशन की कालाबाजारी को रोकने के लिये प्रषासन और पूर्ति विभाग की टीम छापेमारी अभियान चलाती रहती है लेकिन चांदपुर से एक ऐसा मामला सामने आया है जहां अधिकारियों द्वारा राषन डीलरो को बेवजह परेषान करने का वाकया देखने को मिला, दरअसल चांदपुर तहसीलदार ने सरकारी गेंहू चावल से भरी ट्रेैक्टर ट्राली पकड़वाकर तहसील में खडी करवा दी, बताया जा रहा है कि कार्ड धारको को बांटने के लिये ग्राम धीमरपुर के डीलर का ये राषन एसएफसी गोदाम से डीलर की दुकान पर ले जाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में ही तहसीलदार महोदय ने अपनी हठधर्मिता दिखाते हुए गाड़ी पकड़ ली और तहसील में खड़ी करवा दी, मामले को लेकर राशन डीलरो में रोश व्याप्त हो गया, डीलरो ने तहसील पहंुचकर जोरदार हंगामा कर दिया, तब जाकर राशन की गाड़ी छोड़ी गई, बड़ा सवाल ये है कि जब एसएफसी गोदाम से नियमानुसार राषन डीलर की दुकान तक जा रहा था तो फिर तहसीलदार ने किस बिनाह पर राषन की गाड़ी पकड़वाकर तहसील में खड़ी करवा ली, चांदपुर में डीलर यूनियन के पदाधिकारी राकेष चैधरी ने पूरे मामले को राजनीति से जुड़ा होना बताते हुए स्थानीय विधायक पर ये कार्यवाही कराने और डीलरो को परेषान करने का आरोप लगाया है
वहीं इस पूरे मामले में पूर्ति निरीक्षक अमित कुमार ने बताया कि राषन की कालाबाजारी की शिकायत पर तहसीलदार ने ये गाड़ी पकड़ी थी जिसके जांच में सही पाये जाने पर छोड़ दिया गया है
आमतौर पर राषन की कालाबाजारी और घटतौली जैसे आरोपो में घिरे रहने वाले डीलरो के सामने एक मजबूरी ये भी है कि जब नियमानुसार गोदाम से राषन दुकान तक ले जाया जाये तभी वे अधिकारियों के उत्पीड़न का षिकार हो जाते है और राजनीति के चलते आये दिन डीलरो के सर कार्यवाही की तलवार भी लटकी रहती है