दिल्ली में उपराष्ट्रपति ने सुभाषचन्द्र कश्यप द्वारा लिखित श्रीमद भागवत गीता का किया लोकार्पण, चांदपुर से अजय कुमार कौशिक व कृष्ण कुमार को किया गया था आमंत्रित।
जानकारी के अनुसार नई दिल्ली में आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि उपराष्ट्रपति एवं राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने डॉक्टर सुभाष चंद्र कश्यप द्वारा लिखित पुस्तक श्रीमद् भागवत गीता का लोकार्पण किया। उपराष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कहा कि मैं डॉ. सुभाष चंद्र को लंबे समय से जानता हूं। वह सातवीं आठवीं व नवीं सरकारों में 1983 से 1990 तक लोकसभा के महासचिव रहे। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा लिखी गईं पुस्तक से संविधान व राजनीति के क्षेत्र में बहुत ज्ञान मिलता है। कश्यप जी की आयु की प्रशंसा करते हुए कहा 94 वर्ष की अवस्था में डॉक्टर कश्यप आज भी युवा जैसे हैं। डॉ. सुभाष चंद्र कश्यप का जन्म बिजनौर जिले के चांदपुर नगर में 9 में 1929 को हुआ था। उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से शिक्षा ग्रहण की। इसके बाद अमेरिका, ब्रिटेन, स्विट्जरलैंड से उच्च शिक्षा ग्रहण की। इसके पुनरू इलाहाबाद विश्वविद्यालय में अध्यापन कार्य भी किया। डॉ. सुभाष चंद्र कश्यप राजनीतिक वैज्ञानिक, भारतीय संविधान, संवैधानिक कानून के विशेषज्ञ, संसदीय विशेषज्ञ और एक प्रतिष्ठित विद्वान है। वह एक पत्रकार और वकील भी रहे। डॉ. कश्यप ने अपने जीवन में राजनीति विज्ञान, संविधान, विधि और संबद्ध क्षेत्रों पर 100 से अधिक किताबें लिखी तथा 500 से अधिक शोध पत्र लिखे तथा 1990 में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली। अपने जीवन के संकल्प को पूरा करने के लिए लोकसभा के पूर्व महासचिव ने अपने 94वें जन्म दिन से पहले श्रीमद् भागवत गीता के श्लोकों के प्रत्येक शब्द का सरल भाषा में हिंदी अनुवाद किया। पुस्तक के लोकार्पण के अवसर पर उनकी पत्नी, पुत्री व नाती, रिश्तेदारों के अलावा अजय कुमार कौशिक व कृष्ण कुमार को आमंत्रित किया गया था।
चांदपुर से अजय कुमार कौषिक की रिपोर्ट।