प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत के अंतर्गत नगर पालिकाओं में कूड़ा निस्तारण का कार्यक्रम चलाया जा रहा है जिसके अंतर्गत करोड़ों रुपए की मशीन लगाकर नगर पालिकाओं में इकट्ठा होने वाले कूड़े को रिफाइंड कर उससे कंप्रेस खाद बना कर कूड़े का निस्तारण किया जा रहा है। लेकिन धामपुर में अधिकारियों की लापरवाही के चलते यह योजना अधर में लटक गई है। जिससे सरकारी पैसा और लोगो के स्वास्थ्य दोनों के साथ खिलवाड़ हो रहा है।
ये पूरा मामला धामपुर नगरपालिका का है जहां पर 2022 में कूड़ा निस्तारण योजना एम आर एफ (मेटीरियल रिकवरी फैसेलिटी) के तहत कंप्रेस खाद बना कर किसानों को बेचने के उद्देश्य से नगर के बाहर नहटौर बाइपास रोड पर ओवर ब्रिज के पास यह प्रोजेक्ट लगाया गया। इस प्लांट से जहां एक और नगर के कूड़े का निस्तारण होना था तो वहीं दूसरी ओर इस कूड़े से बने खाद को बेचकर नगर पालिका की आय में वृद्धि की योजना बनाई गई थी। लेकिन चैयरमैन और अधिकारियों की लापरवाही के चलते प्लांट के लिए ऐसे स्थान का चयन किया गया जहां जमीन बहुत गहरी है और वहा पानी भर जाता है और साथ ही यहां आने- जाने के लिए सड़क मार्ग है ओर न कोई अन्य सुविधा। गहराई होने के कारण इस स्थान पर साल के अधिकांश महीने पानी भरा रहता है आज भी यहां लगी आधी से अधिक मशीन पानी में डूबी हुई है जो बची है वह अभी भी नगर पालिका परिसर में अधिषासी अधिकारी के क्वार्टर के बाहर रखी जंग खा रही है। देख भाल के अभाव में यहां से कई बार हजारो रुपये की चोरी हो चुकी है। चार माह पूर्व भी यहाँ से लगभग एक लाख मूल्य की 5 मोटर चोरी हो चुकि है। जिसकी अभी तक रिपोर्ट भी दर्ज नही हुई है। नए पालिकाध्यक्ष का कहना ही कि उन्होंने यहां बिजली का कनेक्शन लगवा दिया है यहां कुछ कमियाँ है उन्हें दूर कर यहां दो महीने में काम शुरू हो जाएगा।
इस मामले पर जहां एक ओर धामपुर के वर्तमान नगरपालिका अध्यक्ष रवि चौधरी ने नाराजगी जताते हुए कहा कि नगरपालिका के पास इस स्थान से अच्छी जगह मौजूद होने के बावजूद भी अधिकारियों की लापरवाही के चलते इस प्लांट को गहरे गड्ढे वाले स्थान पर लगाया गया जहां न तो सड़क ही है और न अन्य सुविधा। यही कारण है के यहां पानी भरे रहने के बाद इस प्लांट में अभी तक कार्य शुरू नहीं हो पाया है। यह लो लेंड एरिया है इस प्रोजेक्ट को यहां से उठाकर दूसरी जगह शिफ्ट किया जाना चाहिये ।
तो वही नगर पालिका के अधिषासी अधिकारी को अपने निर्णय पर कोई पछतावा नही है। उनका का कहना है कि वहां लगी मशीने बढ़िया काम कर रही है। इस स्थान से पम्पो से पानी निकाल कर यहाँ पर मिट्टी का भराव कराया जाएगा तथा सड़क बनवाई जाएगी। चोरी की तहरीर थाने भेज दी है आरोपी पर जल्द कार्यवाही होगी।
यहां एक एक प्रश्न यह उठता है कि जब प्लांट में पानी भरा हुआ है। अभी तक यहां पूरी मशीने ही नही लगी तो प्लांट चल कैसे रहा है। और जब अधिकारियों को पहले से पता था कि यह लो लेंड एरिया है और इस स्थान पर पानी भरता है तो आखिर यहां पर यह प्लांट लगाकर सरकारी पैसे का दुरुपयोग करने की क्या आवश्यकता थी।ये एक ऐसा प्रष्न है जिसका जबाब जनता को किसी बडे अधिकारी द्वारा जाचं किये जाने के बाद ही मिल सकता है ।