अमरोहा में 25 जून को एक महिला ने, अपनी बहू की हत्या कर दी थी। उस वक्त ससुराल वालों ने पुलिस को बताया था कि डकैतों ने बहू कोमल की गोली मारकर हत्या की है। मगर, पुलिस ने 48 घंटे में इस हत्याकांड का खुलासा कर दिया। जांच में पता चला कि सास ने ही बहू की हत्या की है। पुलिस ने आरोपी सास राधिका, ससुर नरेंद्र और पति अमित सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी सास राधिका ने पुलिस को बताया, बहू कोमल पढ़ी लिखी थी। उसे कनाडा जाना था। घर का कोई काम नहीं करती थी। बेटे को लेकर अलग रहना चाहती थी। मेरा बेटा मुझसे हमेशा शिकायत करता था, कि ये कैसी बहू लाई हो। बहुत दिनों से मैं उसे मारने की प्लानिंग कर रही थी। उस दिन घर में कोई नहीं था। तभी मैंने बहू के माथे पर बंदूक रखी और गोली चला दी। मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
दरअसल, वारदात वाले दिन कोमल के ससुराल वालों ने पुलिस को बताया कि, घटना के वक्त ससुर नरेंद्र सिंह दुकान गए थे। जबकि सास राधिका बाजार गई थी। कोमल का पति अमित अपनी दादी को लेकर गांव गया था। घर पर सिर्फ अमित की पत्नी कोमल थी। वारदात की उन्हें जैसे ही सूचना मिली वो आनन फानन में मौके पर पहुंचे, और कोमल को गजरौला सीएचसी ले गए। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। कोमल के सिर में गोली लगी थी। और ससुराल वालों ने पुलिस को बताया कि डकैती हुई है। छत के रास्ते से घर में घुसे बदमाशों ने कोमल की हत्या की। फिर कीमती सामान लूट कर फरार हो गए। सास राधिका ने पुलिस के सामने रोने का नाटक कर अपनी तबीयत खराब कर ली। आलम ये रहा कि सास को भी अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। उसने पुलिस से कहा कि अगर वो बाजार न जाती, तो शायद उसकी बहू की हत्या न होती। इसके बाद ससुर नरेंद्र सिंह ने पुलिस से कहा, हर दिन की तरह उस दिन भी मैं अपनी दुकान पर गया था। पत्नी राधिका ने मुझे फोन करके बताया कि बहू के माथे पर गोली लगी है, जल्दी चले आओ। इसके बाद मैं भाग कर घर आ गया। वहीं पति अमित ने पुलिस को बताया कि वो अपनी दादी को लेकर गांव गया था। मां ने ही फोन कर सूचना दी, कि कोमल को किसी ने मार दीया है। वह भी तुरंत वहां से निकलकर घर पहुंच गया।
वहीं, पुलिस ने जब घर की जांच पड़ताल की, तब गोदाम में लगे सीसीटीवी से बड़ा खुलासा हुआ। इसमें सास राधिका तमंचा ले जाते हुए दिखाई दी। फुटेज में वह हड़बड़ी में दिख रही थी। सीसीटीवी मिलने के बाद पुलिस की जांच कोमल के ससुराल वालों की तरफ हो गई। पुलिस ने कड़ी से कड़ी जोड़ना शुरू कर दिया। बयान को क्रास चेक कराया। शक पुख्ता होने के बाद अस्पताल में भर्ती सास राधिका को पुलिस ने कस्टडी में ले लिया। उसे सीसीटीवी फुटेज दिखाए। राधिका अपने पहले वाले बयान पर ही कायम रही। लेकिन जब उससे कड़ाई से पूछताछ की गई, तो उसने पूरी सच्चाई बता दी।
राधिका ने बताया, उस दिन मैंने बेटे अमित को उसकी दादी के साथ गांव भेज दिया था, पति नरेंद्र दुकान में थे। मैं कोमल के सोने का इंतजार कर रही थी। जैसे ही वो सोई, मैं उसके कमरे में गई और मैंने उसके माथे पर तमंचा रखा और गोली चला दी। इससे उसका भेजा बाहर आ गया। वो वहीं मर गई। कोमल को गोली मारने के बाद मैंने तमंचा घर में बने शौचालय के गटर में फेंक दिया। इसके बाद वापस आकर घर का पूरा सामान बिखेर दिया। ताकि ऐसा लगे कि यहां बदमाश आए और डकैती की गई। फिर मैंने पति और अमित को फोन किया। उसके बाद हम लोग कोमल को लेकर अस्पताल गए। मैंने घर के पास के दुकानदार बबलू सिंह और बराबर में परचून की दुकान वाले फौजी को सबसे पहले चिल्लाकर सूचना दी। उसे घर पर बुलाकर घर में चोरी होने की घटना दिखाते हुए, बेहोश होने का नाटक भी किया। ताकि मुझसे कोई पूछताछ न कर सके। उसने बताया, वो घर पर सिर्फ पढ़ती रहती थी। कोई काम नहीं करती थी। आलम ये था कि मेरे बेटे को खुद ही चाय बनानी पड़ती थी। मेरा बेटा इकलौता है।
राधिका ने बताया कि उसने एक आदमी से कुछ दिन पहले, 10 हजार रुपए का देसी तमंचा खरीदा था। वो पहले ही सोच चुकी थी कि बहू की गोली मारकर हत्या कर देगी। इसके लिए उसने पूरी प्लानिंग की थी।
एस पी आदित्य लांग्हे ने बताया, राधिका की निशानदेही पर घटना में इस्तेमाल, अवैध तमंचा 315 बोर और एक खोखा कारतूस 315 बोर घर में बने, शौचालय के गटर से बरामद किया गया है। आरोपी सास, ससुर और पति को अरेस्ट कर लिया गया है। तीनों पर दहेज हत्या का केस दर्ज किया गया है। इनकी पेशी कोर्ट में करा दी गई है।