यूपी में गैर मान्यता प्राप्त चल रहे मदरसों की अब खैर नही योगी सरकार बेहद सख्त है
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अभी हाल ही में उत्तर प्रदेश में चल रहे ग़ैर मान्यता प्राप्त मदरसों का सर्वे कराने का फरमान जारी किया। इसी के तहत सरकार की मंशा के तहत बिजनौर के प्रशासनिक अफसर भी हरकत में आ गए है अल्पसंख्यक विभाग के अफसरों ने पहले दिन तीन मदरसों के सर्वे की जाँच पड़ताल शुरू कर दी है। बिजनौर शहर में मौजूद मदरसे की शुरुआत अंजुमन खादिमुल यतामा वल मदारिस से की गई जिसमें अफसरों ने जाँच पड़ताल में पाया की 1921 से चल रहे मदरसे की मान्यता थी लेकिन नवीनीकरण नही कराया साथ ही मदरसों में उर्दू की तालीम दी जा रही है जबकि हिंदी मीडियम की शिक्षा से मदरसों के बच्चो को दूर रखा जा रहा है।शहर के दूसरे मदरसे में पहुँची टीम ने मदरसा जामिया इस्लाहुल बनात में सर्वे किया जहॉ पर कई सालों से लेडीज़ मदरसा पिछले कई सालों से बिन मान्यता के बखूबी चल रहा है। तीसरा मदरसे में पहुँची टीम फैज़ुल उलूम में भी सालों से चल रहे मदरसे में 250 बच्चे पढ़ रहे है लेकिन इसके बावजूद बिना मान्यता के मदरसा चला रहे है। इधर शासन से 25 अक्टूबर तक अधिकारियों को मदसरे की लखनऊ रिपोर्ट भेजनी है। मदरसे के उस्ताद ने भी माना कि मदरसे की मान्यता नही है मदरसे में सिर्फ इस्लामिक पढ़ाई ही की जाती है।बिजनौर में चले सरकारी अफसरों के मदरसे सर्वे में तीनो मदरसे सरकारी अफसरों के सामने फेल हुए।