उत्तर प्रदेष सरकार द्वारा स्वच्छता अभियान को लेकर भले ही अलग-अलग दावे किये जाते रहते हैं लेकिन कहीं न कहीं सरकार के प्रतिनिधि ही स्वच्छता अभियान को पलीता लगाते दिख जाते हैं। ऐसा ही एक मामला है अफज़लगढ़ ब्लाॅक क्षेत्र की ग्राम पंचायत अजीमुल्ला नगर का। गांव में स्वच्छता पर बात करने से पहले ये जान लेते हैं कि जब गांव का पंचायतघर की कूड़े में सराबोर नज़र आये तो गांव के अंदर स्वच्छता की बात करना ही बेमानी है। गांव का पंचायतघर देखने में ऐसा लगता है मानों सालों से बंद पड़ा हो और पंचायतघर परिसर में कूड़ा कचरा पसरा नजर आ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि एक तरफ तो सरकार नये पंचायतघरों को बनाने में इतना पैसा खर्च कर रही है वहीं उपेक्षा के कारण पुराने बने भवनों की कोई सुध लेने को तैयार नही है। ग्रामीणों के अनुसार पंचायत घर सहित गांव के मुख्य मार्गों पर भी दोनों ओर कचरे के ढेर लगे हैं जिनकी सुध लेने वाला कोई नही है। कुछ ग्रामीणों का कहना है कि कब्रिस्तान के बाहर भी कूड़े के ढेर लगे होने के कारण बामुष्किल जनाज़े को कूड़े से बचाकर ले जाना पड़ता है। जब कूड़ा डालने वालों से मना किया जाये तो वह लड़ने पर उतारू हो जाते हैं। ग्रामीणों ने उच्चाधिकारियों से पंचायत घर को अवैध कब्ज़ामुक्त कराने की मांग की है साथ ही सड़क किनारे लगे कूड़े के ढेर हटवाकर गांव की आबो हवा को स्चच्छ कराने के लिए कार्यवाही की मांग की है।