कोरोना के चलते लंबे समय से बंद चल रहे स्कूल और काॅलेज को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आगामी 16 अगस्त से खोलने का निर्णय लिया गया है। सरकार के इस निर्णय का स्कूल और काॅलेजों के प्रधानाचार्यों और कुछ अभिभावकों ने स्वागत किया है।
अफज़लगढ़ के सरस्वती शिशु मंदिर के प्रधानाचार्य संजय कुमार शर्मा का कहना है कि सरकार ने गाईडलाईन्स का पालन करते हुए स्कूलों को खोलने का निर्णय लिया है जो कि सही है। क्योंकि पिछले लगभग डेढ़ वर्ष से कोरोना के चलते सभी विद्यालय बंद हैं जिससे बच्चों की पढ़ाई पर काफी असर पड़ा है और बच्चे मानसिक रूप से कमजोर भी हो रहे हैं। उनहोंने कहा कि यदि स्कूलों को गाईडलाईन्स का पालन करते हुए खोला जाए तो हम कोरोना से बचाव भी कर सकते हैं और बच्चों की पढ़ाई को भी बचा सकते हैं।
वहीं अफज़लगढ़ निवासी एक अभिभावक ने भी सरकार द्वारा स्कूल खोले जाने के निर्णय का स्वागत किया है। उनका कहना है कि लंबे समय से स्कूल बंद होने के कारण बच्चे पढ़ाई में काफी पीछे हो गये हैं इसलिए अब स्कूल खुलने चाहिए और सरकार द्वारा जारी गाईडलाईन्स का पालन करते हुए बच्चों को स्कूल जाना चाहिए।
उधर जनपद बिजनौर के ही कस्बा झालू के स्काई डिग्री काॅलेज झालू के प्रधानाचार्य का कहना है कि सरकार द्वारा 16 अगस्त से स्कूल और काॅलेज खोले जाने का निर्णय बिल्कुल सही है। उन्होने कहा कि डिग्री काॅलेज में जो विद्यार्थी पढ़ने आते हैं वह समझदार होते हैं और सरकार द्वारा जारी गाईडलाईन का पालन करके कोरोना से बचाव कर सकते हैं। प्रधानाचार्य का कहना है कि सरकार जो भी निर्णय लेती है सोच-समझ कर ही लेती है इसलिए वह सरकार द्वारा काॅलेजों को खोले जाने के निर्णय का स्वागत करते हैं।