चांदपुर नगर के मोहल्ला साहूवान स्थित पंडित गुरु नेतराम जी के मंदिर में, श्रावण मास एवं पुरुषोत्तम मास में आयोजित, श्रीमद् भागवत कथा एवं भक्तमाल कथा का आयोजन किया गया। यह आयोजन अधिक मास में 30 दिन तक चलेगा। कथा व्यास डॉ मितलेश मुद्गल ने कहा कि भागवत कथा, मानव का उद्धार करती है। कलयुग में भागवत कथा सर्व श्रेष्ठ फलदाई है। उन्होंने कहा कि हम अपना जीवन सुधारने के लिए, अगर हम मानसिक पूजा करें, तो वह अत्यधिक फलदाई होती है। रात्रि को 12 बजे तक मानसिक पूजा करने से 12 वर्ष में परमात्मा से साक्षात्कार हो जाता है। मानसिक पूजा शुद्ध मन एवं भाव से की जानी चाहिए। कथा व्यास ने कहा कि कलयुग में मनुष्य आलसी होता है। इसी कारण भगवत भक्ति में इसकी रूचि नहीं होती है। कथा व्यास ने कहा जैसी भावना मन में होती है। मृत्यु के समय भी वही विचार मन में आते हैं, और उसी प्रकार अगले जन्म की तैयारी हो जाती है। उन्होंने कहा कि आजकल लोग घरों में कुत्ते पालते हैं, और उससे मोह करते हैं, जो गलत है। कथा व्यास ने गो पालने का महत्व भी बताया। कथा में सुभाष चंद्र अग्रवाल सेवानिवृत्त प्रवक्ता एवं अनुराग अग्रवाल द्वारा प्रसाद वितरण कराया गया। कथा में मीनू शर्मा। उमारानी। सीमा अग्रवाल। मिथिलेश अग्रवाल। आशा वर्मा। मंजू अग्रवाल। नमन कौशिक। श्याम बाबू गुप्ता। मंजू अग्रवाल आदि उपस्थित रहे। कथा के उपरांत भागवत जी की आरती उतारी गई। इसके बाद सभी भक्तों को प्रसाद वितरण कराया गया।