शिवसेना नेता चौधरी वीर सिंह को स्थानीय प्रशासन ने, उनके आवास पर नजर बंद कर दिया गया। जिस कारण शिवसेना नेता मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में विदुर कुटी नहीं पहुंच सके।
दरअसल बिजनौर जिले के विदुर कुटी नामक स्थान पर, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रस्तावित कार्यक्रम में शिवसेना नेता वीर सिंह, द्वारा जिले में गोवंश की दुर्दशा को लेकर एक ज्ञापन देना था। जिसकी घोषणा वीर सिंह ने पहले से ही कर रखी थी। मामला ग्राम बागड़पुर के पास बड़ी नहर का है। नहर में दर्जनों गाय जीवित एवं मरणासन्न अवस्था में पाई गई। शिवसेना नेता वीर सिंह का कहना है कि, स्थानीय प्रशासन को अवगत कराने के बाद भी किसी भी अधिकारी ने इन गायों की सुध नहीं ली। कुछ गायो ने चारे एवं पानी के अभाव में दम तोड़ दिया, तथा कुछ गायों को नहर से निकालकर उपचार दिलाया, तथा चारे पानी की व्यवस्था कराई गई। स्थानीय अधिकारियों की घोर लापरवाही से नाराज होकर शिवसेना नेता वीर सिंह ने 22 जुलाई को मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में विदुर कुटी पहुंचकर ज्ञापन देने की घोषणा कर रखी थी। वीर सिंह की घोषणा से स्थानीय प्रशासन के हाथ पैर फूल गए थे। क्योंकि मामला गोवंश से जुड़ा था। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री गोवंश प्रेमी हैं। इसलिए अधिकारी नहीं चाहते थे कि गोवंश से संबंधित किसी भी प्रकार की कोई शिकायत मुख्यमंत्री के सामने जाए। इसलिए स्थानीय प्रशासन ने 22 जुलाई की प्रातः सवेरे 4 बजे शिवसेना नेता वीर सिंह को नजरबंद कर दिया। बवनपुरा पुलिस चौकी की फोर्स वीर सिंह के आवास पर पहुंची तथा उन को नजर बंद कर लिया। जिस कारण वीर सिंह मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में विदुर कुटी नहीं पहुंच पाए।