अफज़लगढ़ में राजकीय इंटर काॅलेज के जर्जर स्थिति में पहंुचने व नए विधालय का निर्माण अधर में लटका होने के कारण विद्यालय को कन्या इण्टर काॅलेज के साथ अटैच कर दिया गया है जिसके कारण छात्र-छात्राओं एवं उनके अभिभावकों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल अफज़लगढ़ में एकमात्र राजकीय आदर्श इंटर काॅलेज है जो जर्जर अवस्था में है। नये काॅलेज के लिए करोड़ों की लागत से विद्यालय का निर्माण करने के लिए प्रस्ताव भी पास हो गया था जिसको 2 वर्षों में पूर्ण किया जाना था किन्तु 3 वर्ष बीतने के बाद भी निर्माण कार्य पूरा नही हो सका है। वहीं पुराने विद्यालय की स्थिति खराब हो होने जाने से विद्यार्थियों के लिए खतरा महसूस करते हुए काॅलेज को कन्या इण्टर काॅलेज में स्थानांतरित कर दिया गया है। जहां 12 बजे के उपरांत विद्यालय प्रारम्भ होता है और सायं 4 बजे तक चलता है। काॅलेज में 5 दर्जन छात्राओं सहित करीब 500 विद्यार्थी हैं लेकिन विद्यालय स्थानांतरित होने के बाद काफी विद्यार्थी अनुपस्थिति रहते हैं। दूर दराज से आने वाली कुछ छात्राओं के अभिभावक छात्राओं के लौटते समय अंधेरा हो जाने के कारण भी चिंता में रहते हैं। अभिभावकों ने शीघ्र ही निर्माणाधीन विद्यालय के कार्य को पूर्ण कर समस्या से निजात दिलाये जाने की मांग की है।
वहीं इस संबंध में विद्यालय के प्रधानाचार्य नितिन चैहान का कहना है कि समस्या उच्चाधिकारियों के संज्ञान में हैं। ऊपर से पैसा रूका होने के कारण विद्यालय का काम रूका हुआ है पैसा आने पर कार्यदाई संस्था द्वारा कार्य शुरू कर दिया जायेगा।