रेबीज के प्रति किया गया जागरूक

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विश्व रेबीज़ डे पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। आपको बता दें हर साल 28 सितंबर को रेबीज़ डे मनाया जाता है जिसका उद्देश्य रेबीज़ के बारे के लोगों को जागरूक करना है। हर साल देश भर में रेबीज़ से मरने वालों की संख्या 20 हज़ार से अधिक होती है सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ विशाल दिवाकर ने जानकारी देते हुए बताया इस दिन को मनाने का उद्देश्य इस बीमारी के प्रभाव और इसे रोकने के तरीकों के बारे में जागरूकता फैलाना है इस साल 28 सितंबर को 16वा विश्व रेबीज़ दिवस मनाया जा रहा है इस साल की थीम है वन हेल्थ ज़ीरो डेथ जनमानस और जानवरों दोनों के साथ पर्यावरण के संबंध को उजागर करना है उन्होंने जानकारी देते हुए बताया रेबीज वायरस बीमारी ने यह पालतू जानवरों एवं लोगों में फेल सकती है तंत्रिका तंत्र को संक्रमित करती है यदि सही समय पर उपचार न मिले तो वह व्यक्ति की मौत भी हो सकती है भारत में हर साल 20,000 से अधिक लोग रेबीज होने के कारण मर जाते हैं यह वायरस सबसे ज्यादा चमगादर, बिल्ली, बंदर, नेवला, सियार, लोमड़ी, ओर सबसे अधिक कुत्ते काटने से फैलता है। रैबिज़ को रोकने के लिए आज स्वास्थ्य केंद्र पर एक गोष्ठी का आयोजन कर लोगों को रेबीज वैक्सीन लगाई गई और उन्हें रैबिज़ के प्रति जागरुक किया गया।

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