राधा रानी का प्रकट उत्सव धूमधाम के साथ मनाया गया

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भगवान श्री कृष्ण की आहलादिनी शक्ति राधा जी का प्रकट उत्सव एवं श्री राम कृष्ण मंडल की 37वीं वर्षगांठ बड़े हर्षाेउल्लास के साथ मनाई गई। इस अवसर पर 37 दीप प्रज्वलित कर मंडल की वर्षगांठ मनाई गई।
चांदपुर नगर में पंडित गुरु नेतराम जी के मंदिर में भगवान श्री कृष्ण की आहलादिनी शक्ति राधा रानी का प्रकट उत्सव राधा अष्टमी बड़े धूमधाम के साथ मनाया गया। इस अवसर पर राधा जी के जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला गया। पंडित अजय कुमार कौशिक ने कहा कि राधा जी की भक्ति को समझना बड़ा कठिन है। राधा जी भगवान श्री कृष्ण की आराधना करती हैं और भगवान श्री कृष्ण राधा जी की आराधना करते हैं। इस प्रकार राधा जी भगवान कृष्ण की आहलादिनी शक्ति हैं। शास्त्रों के अनुसार राधा जी भगवान श्री कृष्ण से बड़ी थी। भगवान श्री कृष्ण ने राधा जी को विशेष स्थान देते हुए अपने नाम से इस प्रकार जोड़ा की जो भी इनका नाम लेता है वह राधा कृष्ण कहता है न कि श्री कृष्ण राधा। उन्होंने कहा कि वेदव्यास जी द्वारा लिखित भागवत ग्रंथ में कहीं भी राधा जी का नाम नहीं आया है। राधा जी का श्री कृष्ण के प्रति विशुद्ध प्रेम है इसलिए उन्होंने भगवान का रोग दूर करने के लिए अपने चरणों की धुली दी। आज ही के दिन वर्ष उन्नीस सौ छियासी में श्री रामकृष्ण सत्संग मंडल की स्थापना हुई थी। श्री रामकृष्ण मंडल के 37वीं स्थापना दिवस पर मंडल के उपाध्यक्ष सुखदेव भाटिया विक्की बस्सी एवं बिट्टू अग्रवाल ने 37 दीप जलाकर संस्था का वार्षिक उत्सव मनाया।
राधा अष्टमी के पावन अवसर पर दीपक कौशिक ने तीन सौ पेसेठ दीपक जलाकर राधा जी प्रकट उत्सव मनाया। कार्यक्रम में संघ के नगर कार्यवाहक कृष्ण कुमार जी, मुकेश मोहन शर्मा श्याम बाबू गुप्ता ,संदीप कौशिक, रोहित अग्रवाल ,नमन कौशिक ,कमल वर्मा ,माधव अग्रवाल, रामकृष्ण कौशिक, उमा रानी, प्रीति कौशिक, सुनीता कौशिक, हर्ष भाटिया, आशीष जिंदल शकुंतला त्यागी ,कामिनी शर्मा ,उमा देवी ,सरोज रानी आदि उपस्थित रहे।