मोहर्रम की सातवी तारीख पर जिले भर में शिया समुदाय के लोगो ने इमामहुसैन की याद में मातमी जुलूस निकाले, मोहर्रम के चलते बिजनौर में ताजियें निकाले गये, बिजनौर में अंजुमन अब्बासिया पेदी सादात से एक मातमी जुलूस नोहा ख्वानी करते हुए नगीना रोड से शुगर मिल होते हुए बुखारा के इमामबाड़ा पहुंचा, मातमी जुलूस में षोगवारो ने करबला के शहीदों की याद में सीना जनी की, और सीनाजनी करते हुए बड़े बड़े ताजियों के साथ इमामबाड़ा पहुंचे
उधर शेरकोट में भी हर साल की तरह शिया समुदाय के लोगो ने मोहर्रम का मातमी जुलूस निकाला, मातमी जुलूस मौहल्ला खुराड़ा से शुरू होकर अपने परंपरागत रास्तो से होता हुआ करबला पहुंचकर सम्पन्न हुआ, मातमी जुलूस के दौरान सुरक्षा के लिहाज से भारी पुलिस बल की भी तैनाती रही
नहटौर में भी मोहर्रम की सातवीं तारीख को शोगवारो ने सीनाजनी करते हुए मातमी जुलूस निकाला और करबला की जंग में षहीद हुए मौहम्मद साहब के नबासे इमामहुसैन और उनके साथियों को याद किया, नहटौर में भी मातमी जुलूस अपने मुख्य मार्गो से होता हुआ इमामबार गाह पहुंचकर सम्पन्न हुआ