शासन प्रशासन लोगो से रोज़ाना लाख अपील कर रहा है कि लोग लाॅकडाउन केनिर्देशों का पालन करे, जरूरी न हो तो घरो से न निकले और अगर जरूरी सामान के लिये बाहर जाना भी पड़ रहा है तो सोशल डिस्टेंडिंग का ख्याल रखे, लेकिन कुछ लोग सायद दुनिया भर में कोरोना के कहर को देखने के बाद भी इस खतरे को नज़र अंदाज कर रहे है बिजनौर में गैस ऐजेंसी के बाहर लगी लोगो की ये भीड़ देखकर यही कहा जा सकता है कि ये लोग न तो खुद की जान की परवाह कर रहे और न ही इन्हे समाज की परवाह ही है दरअसल गैस ऐजेंसी के बाहर लगी ये भीड़ उज्जवला योजना के तहत मुफ़्त गैस सिलेंडर पाने वाले लोगो की है मुफ़्त सिलेंडर मिलने की जानकारी मिलते ही उज्जवला लाभार्थी गैस ऐजेंसियों की ओर दौड़ पड़े और सोशल डिस्टेंडिंग को दरकिनार कर दिया, गैस एजेंसी के कर्मचारियो ने बताया कि उन्हे सोशल डिस्टेंडिंग मेंटेन करने के लिये वाकायदा डेढ़ मीटर की दूरी पर गोल घेरे भी बना रखे है लेकिन भीड़ का आलम ये है कि मुफ़्त गैस सिलेंडर की होड़ में ये लोग कोरोना के खतरे को भी नज़रअंदाज कर बैठे, षायद ये लोग इतना नही जानते या फिर समझना नही चाहते कि इनकी जरा सी लापरवाही न सिर्फ इनके और उनके परिवार के लिये बल्कि पूरे समाज के लिये कितना बड़ा खतरा साबित हो सकती है