मुफ्फरनगर में जीआईसी के मैदान में संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर महापंचायत का आयोजन किया गया। महापंचायत में सुबह से ही किसानों का सैलाब उमड़ पड़ा। यहां तक की किसान संगठनों के कार्यकर्ताओं और किसानों की मौजूदगी से मैदान भर गया और मैदान के बाहर तक किसानों का जमावड़ा लगा रहा। एक तरफ महापंचायत के आयोजक इतना समर्थन देखकर गदगद हैं तो दूसरी ओर व्यवस्था बनाने में लगे प्रशासनिक अधिकारियों के माथे पर पसीना साफ देखा गया।
दरअसल पिछले नौ महीनों से किसान कृषि कानूनों और एमएसपी की गारंटी की मांग को लेकर दिल्ली में आंदोलनरत हैं। इस दौरान किसान भीषण सर्दी सह गए, गमी में सूरज की भीषण तपिश सहन कर गये और अब भादो की बारिश भी उनका हौंसला नही डिगा पा रही है। 9 महीने बीत जाने के बाद भी कोई हल न निकलने पर संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा मुजफ्फरनगर में महापंचायत का आयोजन किया गया जहां देश भर से लाखों किसान पहुंचे। इतना ही नही शहर भर में किसानों का ही कब्ज़ा नज़र आया। आज की महापंचायत की खासियत यह रही कि भाकियू सुप्रीमो नरेश टिकैत और राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने एक ही मंच साझा किया। महापंचायत के बीच किसानों से घिरे चैधरी नरेश टिकैत ने अनौपचारिक बातचीत में यह भी कह दिया कि यदि राजनाथ सिंह इस मामले में मध्यस्थता करते तो समाधान निकल चुका होता। वहीं इस मौके पर मध्यप्रदेश से आये किसान नेता बालेन्द्र ने कहा कि जब तक कृषि कानून वापस नही होते तब तक आंदोलन जारी रहेगा।