बिजनौर जिले की चांदपुर तहसील गुड़ की बडी मंडी है। यहां पर भारी मात्रा में गुड आता है तथा अन्य प्रदेशों को भेजा जाता है । जिसका सीजन शुरू होने वाला है। उत्तर प्रदेश में गुड बाहर भेजने पर डेढ प्रतिशत मंडी शुल्क लिया जाता है। यह सरकार के खाते में जाता है। इससे लाखों रुपया प्रतिदिन राजस्व की प्राप्ति होती है। हरियाणा प्रदेश सरकार ने गुड पर लगाए जाने वाले मंडी शुल्क को माफ कर रखा है। इसकी आड़ में उत्तर प्रदेश व्यापारियों ने मंडी शुल्क की चोरी करके सरकार को चूना लगाने का काम जारी कर रखा है। गुड व्यापारियों द्वारा मंडी समिति के अधिकारी व कर्मचारी भी संलिप्त बताए गए हैं। मंडी समिति को दिए जाने वाले शुल्क को बचाने के लिए कुछ व्यापारी हरियाणा प्रदेश के कागज तैयार करके गाड़ी के ड्राइवर को थमा देते हैं। व्यापारियों का आरोप है कि मंडी समिति के अधिकारी एवं कर्मचारी ऐसे ट्रक ड्राइवर से मोटी रकम वसूलते हैं और ट्रक को आगे बढ़ा देते हैं। चेकिंग के नाम पर गाड़ी का ड्राइवर इन कागजों को दिखाते हुए अन्य प्रदेशों में पहुंच जाता है। व्यापारियों के द्वारा किए जा रहे इस कृत्य से सरकार को लाखों रुपए प्रतिदिन की राजस्व की हानि हो रही है। गुड़ व्यापारी सुबोध गुप्ता, अजय मित्तल, शिवदयाल गर्ग, संदीप कुमार , अशोक चौधरी, शैलेंद्र कुमार, कपिल गोयल आदि व्यापारियों का आरोप है कि हम लोग सरकार को निर्धारित टैक्स देकर अपना गु़ड़ का व्यापार करते हैं। उन्होंने कहा कि हम अपना गुड़ मंडी शुल्क देकर मंडी से बाहर निकलते हैं परंतु कुछ व्यापारी मंडी समिति के अधिकारियों व कर्मचारियों की मिली भगत से हरियाणा प्रदेश के फर्जी कागज लगाकर अपना गुड प्रदेश से बाहर भेज रहे हैं। जो सरासर गलत है। सरकार के साथ धोखा है ।ऐसे अधिकारी व कर्मचारियों के विरुद्ध जांच होनी चाहिए। जो इस काम को करने में सहयोग कर रहे हैं। चांदपुर मंडी समिति के सचिव से इस संबंध में फोन पर वार्ता की गई तो उन्होंने बताया कि मैं नूरपुर में चेकिंग कर रहा हूं ।देर रात को आऊंगा। वही मंडी समिति की सभापति उपजिलाधिकारी रितु रानी ने कहा कि मामला अखबार के द्वारा संज्ञान में आया है ।मैंने मंडी समिति ,चांदपुर को पत्र लिखा है ।रिपोर्ट मांगी जा रही है।