भगवान गणेश की मूर्ति की विधिवत स्थापना करके 5 दिन तक पूजन उपरांत विसर्जन के लिए गंगा जी ले जाया गया। श्रद्धालुओं ने रंगों की होली खेलते हुए भगवान गणेश जी को विदा किया। सनातन धर्म प्रेमियों द्वारा भादो मास में शुक्ल पक्ष की चतुर्थी 19 सितंबर को विघ्नहर्ता, देवाधि देव ,गजानन की मूर्ति को स्थापित कर पूजन किया गया। भगवान गणेश जी की मूर्ति की स्थापना से पूर्व मूर्ति को नगर में शोभायात्रा निकली गई, इसके उपरांत मूर्ति को स्थापित कराया जिसमें नगर के सैकड़ो गजानन भक्तों ने भाग लिया। सनातन धर्मियो ने भगवान गणेश जी की 19 सितंबर को गणेश चौथ के अवसर पर स्थापना की थी। स्थापना के बाद गणेश जी को दूर्बादल ,अक्षत, मोदक, पुंगीफल,फूल फल आदि समर्पित किया तथा गणेश जी की आरती की। पांचवें दिन गणेश जी की मूर्ति को गंगा जी में विसर्जन करने के लिए श्रद्धालु जन एकत्र हुए तथा गणेश जी की प्रतिमा को सुंदर वाहन में रखकर नगर के मुख्य मार्ग से ढोल नगाड़े एवं रंगों की बरसात करते हुए आगे बढ़े तथा अंबेडकर चौक से बस में सवार होकर गंगा जी के लिए रवाना हो गए।