बिजनौर—छापेमारी में प्राइवेट हॉस्टिपल सील

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बिजनौर में तहसील प्रशासन  और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने नगर के एक प्राइवेट हॉस्पिटल पर छापेमारी की, अस्पताल में अनियमिततायें पाये जाने पर टीम ने अस्पताल को सील कर दिया, अधिकारियों की माने तो ये प्राइवेट हॉस्पिटल बिना रजिस्ट्रेशन  के ही संचालित किया जा रहा था, जिसकी काफी समय से शिकायत  मिल रही थी, अधिकारियों की माने तो बार बार शिकायत मिलने पर जब हॉस्पिटल पर छापेमारी की गई तो हॉस्पिटल बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित पाया गया, जिसके बाद टीम ने अस्पताल को सील कर दिया।
उधर अस्पताल के डॉक्टर राजेश कुमार ने खुद नोडल अधिकारी पर ही संगीन आरोप लगाये  ,  डॉक्टर राजेश की माने तो उन्होंने नियमानुसार सभी कॉलम पूरे होने के बाद पिछले लगभग 20   दिन पहले ऑनलाइन  रजिस्ट्रेशन के लिये अप्लाई किया था लेकिन नोडल अधिकारी डा0 एसके निगम ने रजिस्ट्रेशन की एवज में उनसे 2 लाख रुपए की रिश्वत मांगी और जब उन्होने रिष्वत नही दी तो अस्पताल पर छापा मार दिया गया। आपको बताते चले कि जब भी डा0 एसके निगम नोडल अधिकारी बनाये जाते है तब तब स्वास्थ्य विभाग की टीम सक्रिय हो जाती है और अस्पतालो पर छापेमारी अभियान भी शुरू  हो जाते है नोडल अधिकारी डा0 एसके निगम पर रिश्वत  मांगने का ये कोई पहला आरोप नही है इससे पहले भी वो अपनी कार्यशैली को लेकर कई बार चर्चाओं में रह चुके है