मुरादाबाद मंडल में बहुजन समाज पार्टी के कद्दावर नेता तथा पूर्व मंत्री अकीलुर्रहमान खां को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। आपको बता दें कि संभल के कद्दावर नेता अकीलुर्रहमान खां 29 साल से बसपा में ही थे और मुरादाबाद मंडल में ही नहीं बल्कि प्रदेश में बसपा के विस्तार में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
बसपा से निष्काशन पर पूर्व मंत्री ने कहा कि उन्होंने विपरीत परिस्थिति में सपा के गढ़ वाले जिले में पार्टी का झंडा बुलंद किया था और खुद दो बार बसपा से विधायक भी रहे। जबकि उनकी पत्नी तरन्नुम अकील भी दो बार बसपा से ही संभल नगर पालिका की चेयरपर्सन रह चुकी हैं। अकीलुर्रहमान का कहना है कि बसपा से उन्हें निकालने एक सच्चे सिपाही को निकालने जैसा है। वहीं दूसरी तरफ पूर्व मंत्री की पत्नी तरन्नुम अकील ने भी इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि जिस बसपा ने तीन दशक से पार्टी को मजबूत करने वाले उनके पति को सम्मान नही दिया तो मुझे क्या देगी।
आपको बता दें कि अकीलुर्रहमान खान सन 1992 में बसपा से जुडे थे और 1993 में मुरादाबाद नगर से बसपा प्रत्याषी बने लेकिन चुनाव हार गये थ। उसके बाद 2002 में फिर बहजोई से लड़े और पार्टी को जीत दिलाई। वर्श 2007 में एक बार फिर बहजोई से बसपा के लिए विधायक बने वहीं 2014 में बसपा ने लोकसभा प्रत्याषी भी बनाया। अब अचानक उनका पार्टी से निश्कासन लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है। कयास लगाये जा रहे हैं कि जल्द ही अकीलुर्रहमान खां अपने समर्थकों के साथ किसी दूसरी पार्टी में शामिल होंगे