पापी पेट का सवाल है साहब ! ये कहावत आज नजीबाबाद में हरिद्वार मार्ग पर उस समय हकीकत होती दिखी जब एक 7 वर्शीय बच्ची अपनी जान जोखिम में डालकर 4 फीट उपर बंधी रस्सी पर हाथ मे डंडा लिये करतब दिखा रही थी और उसे खुद के गिरने का कोई डर भी नही था। शायद वह इस महामारी में अपने और अपने परिवार के लिए भीख न मांग कर अपनी कला का प्रदर्शन कर लोागें से अपनी रोज़ी रोटी के लिए चंद पैसे इकट्ठे कर रही थी जिससे वह अपने परिवार की आजीविका चला सके। गौरतलब बात यह है कि नैषनल हाईवे पर यह सब चल रहा था और षासन प्रषासन आंखे मूंदे गायब था। किसी को इस बात की कोई फिक्र नही थी कि इस तरह के करतब दिखाते वक्त बच्ची के साथ कोई अनहोनी भी हो सकती है।