जिलाधिकारी अंकित कुमार अग्रवाल ने गौशालाओं की समीक्षा करते हुए सभी खण्ड विकास अधिकारी एवं अधिशासी अधिकारियों को निर्देश दिए कि निराश्रित पुशओं को पकड़ने के लिए केटल केचर मशीन खरीदना तथा नगर निकायवार एवं ब्लॉकवार निराश्रित पशुओं को पकडने के लिए टीमों का गठन करें ताकि टीम के सदस्य निराश्रित रूप से सड़कों आदि स्थानों पर घूमते हुए पाए जाने वाले पशुओं को पकड़ कर नजदीकी गौशाला में भिजवाना सुनिश्चित कराएं। उन्होंने कहा कि निराश्रित पशुओं की समस्या से जिला वासियों को मुक्ति दिलाने के लिए जिला प्रशासन प्रतिबद्व है और इसके लिए सभी आवश्यक उपाय किए जाएंगे।
जिलाधिकारी श्री अग्रवाल ने जिले के आमजन को गुलदार के आंतक से निजात दिलाने के लिए कटिबद्वता व्यक्त करते हुए डीएफओ को निर्देश दिए कि प्रभावित क्षेत्रों में पिंजरे लगाएं और गुलदार से सुरक्षित रहने के लिए पंचायत सभाओं का आयोजन कर प्रचार-प्रसार कराएं तथा जागरूकता के लिए वॉल पेंटिंग का कार्य भी कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने किसान बंधुओं को सलाह देते हुए कहा कि गन्ना उत्पादन में ट्रेंच विधि का प्रयोग करें ताकि खेत में गुलदार हो तो नज़र आ जाए। इसी के साथ उन्होंने संबधित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि रात में आने-जाने वाले रास्तों तथा अति संवेदनशील गांवों के बाहर फॉक्स लाईट अर्थात बिलिंकिंग लाईट लगाया जाना सुनिश्चित करें।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी पूर्ण बोरा, अपर जिलाधिकारी प्रशासन विनय कुमार सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 विजय कुमार गोयल, परियोजना निदेशक ज्ञानेश्वर तिवारी, डीएफओ अरूण कुमार बेसिक शिक्षा अधिकारी जयकरण यादव, खण्ड विकास अधिकारी एवं खण्ड शिक्षा अधिकारी सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।