धामपुर में कन्या इण्टर काॅलेज प्रबंध समिति चुनाव में चुनाव चिन्ह आवंटन के दौरान दोनों पक्षों के बीच किसी बात को लेकर जमकर नोंकझोंक हो गई। मामला इतना बढ़ा कि दोनों पक्षों ने अपनी अपनी आस्तीन चढ़ाते हुए भुगत लेने तक की खुलेआम धमकी दे डाली। काॅलेज की राजनीति को लेकर आगामी 9 नवंबर को मतदान के दिन भारी गहमा गहमी के आसार बन गये हैं। दोनों गुटों के आमने सामने आने के बाद पीठासीन अधिकारी ने मतदान के दिन मतगणना स्थल पर वोटर तथा प्रत्याशी के अलावा किसी के भी परिसर में आने पर पाबंदी लगा दी है।
जानकारी के अनुसार धामपुर में कन्या इण्टर काॅलेज प्रबंध समिति चुनाव में बीते जुलाई माह में हुये नामांकन में उपाध्यक्ष पद के लिए नरेन्द्र कुमार अग्रवाल तथा उमेश गोयल, प्रबंधक पद के लिए वीरेन्द्र माहेश्वरी व नीरा गोयल, उपप्रबंधक पद के लिए शलभ अग्रवाल तथा राजीव गोयल, कोषाध्यक्ष पद के लिये गौरव माहेश्वरी व मुदित कुमार तथा 7 सदस्य पद के लिए विपिन कुमार, मनोज माहेश्वरी, कृष्णकांत अग्रवाल, राजीव अग्रवाल, संजय गोयल, विपुल गर्ग, रामप्रसाद, अरूण कुमार, शोभा अग्रवाल, गोविन्द शरण गुप्ता, समीर गुप्ता सहित 11 दावेदारों ने अपने-अपने नामांकन किये थे। काॅलेज प्रबंध समिति चुनाव में कुल 273 वोटर अपने मताधिकारी का प्रयोग कर काॅलेज की नई कार्यकारिणी का चुनाव करेंगे।
08 नवंबर को चुनाव चिन्ह आवंटन प्रक्रिया पूरी कराने को पीठासीन अधिकारी ओ.पी. यादव तथा पर्यवेक्षक ओमनारायण सिंह कन्या इंटर काॅलेज पहुंचे थे। इस दौरान विजय कुमार अग्रवाल के नेतृत्व में उनके गुट के उपप्रबंधक पद के दावेदार राजीव गोयल व प्रबंधक पद की दावेदार नीरा गोयल ने चुनाव प्रक्रिया पर उंगली उठाते हुए पीठासीन अधिकारी व पर्यवेक्षक के समक्ष चुनाव प्रक्रिया में अनियमित्ता का आरोप लगाते हुए तीन पन्नों का एक पत्र देने का प्रयास किया। जिस पर पर्यवेक्षक ने चुनाव चिन्ह आवंटन के दौरान किसी भी तरह का पत्र व्यवहार स्वीकार न करने का दो टूक जवाब देते हुए शिक्षा अधिकारी के माध्यम से पत्र भेजने की बात कही। पर्यवेक्षक की इस टिप्पणी पर विजय कुमार अग्रवाल ने आपत्ति जता दी। बताया जाता है कि इसी बात को लेकर मौके पर मौजूद शलभ अग्रवाल तथा विजय कुमार अग्रवाल के बीच जमकर नोंकझांेक हो गई। मामला इतना बढ़ा कि दोनों गुटों के लोग आमने सामने आ खड़े हुये तथा काॅलेजे के अंदर ही काफी देर तक कहासुनी व आरोप प्रत्यारोप का दौर चलता रहा।
उधर जब इस मामले की बाबत शलभ अग्रवाल से बात की गई तो उनका कहना है कि दूसरा पक्ष अपनी हार देखकर लगातार चुनाव को टलवाने की कोशिश कर रहा है इसी बात को लेकर गर्मा गर्मी हुई।
वहीं विजय अग्रवाल का कहना है कि मुझे प्रबंधक पद का चुनाव लड़ रही नीरा गोयल ने बुलवाया काॅलेज में बुलवाया था और मैं समिति का सदस्य हूं। मेरे द्वारा कोई अपशब्द नही कहे गये।
इस मामले को देखते हुए 09 नवंबर को होने वाले चुनाव भी काफी रोमांचक होने की संभावना बन गई है।